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भोपाल: कांग्रेस ने प्याज की बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया

चुनाव से ठीक पहले प्याज की कीमतों में उछाल से कांग्रेस में आक्रोश है। भोपाल में पीसीसी में प्याज की माला पहनकर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता।

By: Rekha 
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भोपाल: कांग्रेस ने प्याज की बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया

भोपाल: चुनाव से ठीक पहले प्याज की कीमतों में उछाल से कांग्रेस में आक्रोश है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक भोपाल में पीसीसी में प्याज की माला पहनकर पहुंचीं।

शिवराज सरकार और केंद्र सरकार पर हमला बोला

उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर शिवराज सरकार और केंद्र सरकार दोनों पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा, ”प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। अभी कुछ दिन पहले टमाटर 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था। तो, शिवराज सिंह, कृपया हमें बताएं कि प्याज आंसू क्यों ला रहा है। हमारी नज़र में खाद्यान्न घोटाला क्यों है? लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाली आवश्यक वस्तुएँ अधिक महंगी क्यों होती जा रही हैं?”

रागिनी ने बताया कि मध्य प्रदेश में पिछले एक साल में आटे की कीमत 35% बढ़ गई है, जबकि खाद्य तेल की कीमत पिछले तीन वर्षों में दोगुनी हो गई है। साथ ही दूध, घी, पनीर और अन्य उत्पादों पर जीएसटी लगाया गया है। यहां तक ​​कि सांची के डेयरी उत्पाद, जिनमें छाछ, श्रीखंड, पेड़ा और पनीर भी शामिल हैं, महंगे हो गए हैं। जनता महंगाई की मार झेल रही है और किसानों को भी कोई फायदा नहीं हो रहा है।

रागिनी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया

उन्होंने कहा, “शाजापुर में प्याज 2 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है, जबकि भोपाल में वही प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। यही स्थिति लहसुन पर भी लागू होती है।” रागिनी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जुड़ी एक घटना का भी जिक्र किया, जिनसे जब प्याज की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि वह प्याज नहीं खाती हैं और दूसरों को भी प्याज खाना बंद करने की सलाह देती हैं।

रागिनी नायक ने केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की भी आलोचना की, जो वर्तमान में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि उन्हें ₹15 भत्ता महंगा लगता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने सार्वजनिक मुद्दों पर आंखें मूंद ली हैं और इस बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। रागिनी नायक ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जनता कठिनाइयों को सहन कर सकती है, लेकिन वे निराश होना बर्दाश्त नहीं कर सकते।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक, प्रदेश प्रवक्ता जीतेंद्र मिश्रा, अब्बास हफीज और फरहाना खान मौजूद थीं।

रागिनी नायक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे पहले, कांग्रेस के युग में लोग अपने बटुए के साथ बाजार जाते थे और किराने के सामान से भरे बैग के साथ लौटते थे। हालाँकि, वर्तमान परिदृश्य में, जब वे पैसों से भरा बैग लेकर बाजार जाते हैं, तब भी उनका बटुआ इसे समायोजित नहीं कर पाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये लोग सबक सिखाएंगे।

रागिनी ने 29,000 घोषणाएं करने के बाद भी बीजेपी की उपलब्धियां दिखाने में असमर्थता का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या उनकी किसी घोषणा का जिक्र नहीं किया।

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