नागरिकता संशोधन विधेयक बिल लोकसभा में पास होने के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया है लेकिन नागरिकता बिल पर शिवसेना ने राज्यसभा में वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया और वॉकआउट कर दिया। इसके साथ ही लोकसभा में भी शिवसेना ने बिल के समर्थन में वोट दिया था, जिसकी वजह से कांग्रेस-शिवसेना से नाजर चल रही है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने उद्धव ठाकरे से बात की है और स्पष्ट किया है कि CAB जैसे मुद्दों पर पार्टी का स्टैंड भविष्य में गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही शिवसेना से नाराज़गी जाहिर करते हुए कांग्रेस ने साफ कहा है कि गठबंधन के पार्टनर जहां आपस में सहमत नहीं होंगे, वहां फैसला लेने से पहले एक-दूसरे से चर्चा जरूर करेंगे।
कंग्रेस की इस प्रतिक्रिया के बाद ही मंगलवार को उद्धव ने कहा था कि पार्टी के सांसदों ने स्पष्टता नहीं होने के कारण समर्थन में वोट किया। जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि शिवसेना अपने स्टैंड में बदलाव करेगी। हालांकि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल से शिवसेना ने वॉकआउट भी किया लेकिन कांग्रेस की नाराजगी अब भी कम नहीं हुई।
जहां एक तरफ शिवसेना ने लोकसभा में बिल के समर्थन में वोट किया तो वहीं राज्यसभा में बिल का विरोध भी नहीं किया और वॉकआउटक कर गई। इसके चलते कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल शिवसेना से नाजर है।
राहुल गांधी ने भी लोकसभा में बिल पास होने के बाद ट्वीट करते हुए लिखा था कि, नागरिकता संशोधन विधेयक भारतीय संविधान को चोट पहुंचानेवाला है। जो भी इसका समर्थन कर रहे हैं वह हमारे देश की नींव को चोट पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उनके इस ट्वीट के बाद यही कहा जा रहा है कि राहुल ने शिवसेना पर निशाना साधा है।