बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पहले चरण के लिए मतदान सुबह 7 बजे से जारी है। पहले चरण में 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। सुबह से ही पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतारें दिख रही हैं। पहले चरण में इसमें 2.14 करोड़
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पहले चरण के लिए मतदान सुबह 7 बजे से जारी है। पहले चरण में 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। सुबह से ही पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतारें दिख रही हैं। पहले चरण में इसमें 2.14 करोड़
बिहार विधानसभा चुनाव के महासंग्राम की पहली परीक्षा जारी है। पहले चरण में कुल 71 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। सुबह से ही पोलिंग बूथों पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, कुछ जगह शुरुआत में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में दिक्कत की खबर आई। लेकिन बाद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज से बिहार में चुनाव प्रचार का दूसरा दौर शुरू होगा। मुख्यमंत्री अगले दो दिनों तक बिहार में कई जनसभाएं करेंगे. बता दें कि आज बिहार में पहले चरण का मतदान हो रहा है। पीएम मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के शेड्यूल को
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए 71 सीटों पर बुधवार को मतदान होगा। जिसमें दो करोड़ से अधिक मतदाता 1,066 उम्मीदवारों की किस्मत पर फैसला करेंगे। वहीं अपने-अपने गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज बिहार पहुंचेंगे। दोनों नेताओं का
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर सख्त सुरक्षा के बीच वोटिंग जारी है। इसको लेकर सभी पार्टी अपने मतदाताओं को वोट देने के लिए अप्पील कर रहे है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुभकामनाएँ का
आज बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका है। वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई है। लेकिन, मतदान की शुरुआता में ही ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें मिली हैं। बड़हिया के मतदान केंद्र संख्या 33 पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपना वोट डालने पहुंचे थे।
कोरोना महामारी को देखते हुए गृह मंत्रालय की ओर से अनलॉक-5 की गाइडलाइंस जारी की गई है। गृह मंत्रालय ने कोरोना गाइडलाइंस के मद्देनजर 30 सितंबर को जो आदेश लागू किया था, वह अब 30 नवंबर 2020 तक प्रभाव में रहेगा। मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि राज्य
अनुच्छेद 370 समाप्त करने को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर नाराजगी जताते हुए गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री को यदि भारत और उसके कानून पसंद नहीं हैं तो उन्हें सपरिवार पाकिस्तान चले जाना चाहिए। वडोदरा
जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर है। दरअसल जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अब कोई भी व्यक्ति जमीन खरीद सकता है। भारत सरकार ने भूमि कानूनों को अधिसूचित कर दिया है। हालांकि, अब भी कृषि भूमि खरीदने के लिए उपलब्ध नहीं है। इस बारे में गृह मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर
भाजपा शासित तीनों नगर निगमों और सीएम केजरीवाल के बीच मतभेद गहराते जा रहे है। दरअसल आज भाजपा शासित तीनों नगर निगमों के महापौरों ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना देकर करोड़ों रुपये के कोष के मुद्दे पर उनसे मुलाकात की मांग की।
भाजपा शासित तीनों नगर निगमों के महापौरों ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना देकर करोड़ों रुपये के कोष के मुद्दे पर उनसे मुलाकात की मांग की। महापौरों ने दावा किया कि यह कोष निगमों का आम आदमी पार्टी सरकार पर बकाया है। तीनों
महाराष्ट्र के बीजेपी नेता नारायण राणे ने एक बार फिर कहा कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई है और वह न्याय मिलने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे। नारायण राणे का दावा है कि लड़ाई के बाद सुशांत की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, “सुशांत आत्महत्या
अनुच्छेद 370 समाप्त करने को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने नाराजगी जताई है। नितिन पटेल ने कहा है कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को यदि भारत और उसके कानून पसंद नहीं हैं तो उन्हें सपरिवार पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के तीन नेताओं ने अपनी पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान से नाराजगी जताते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन तीनों नेताओं का कहना है कि महबूबा के बयान से उनकी देशभक्ति की भावनाएं आहत हुई हैं। पीडीपी के
भाजपा नेता इमरती देवी पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की विवादास्पद टिप्पणी की पृष्ठभूमि में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 73 वर्षीय कांग्रेस नेता को सोमवार को “मानसिक रूप से दरिद्र” बताया और दावा किया कि उनकी शब्दों की दरिद्रता से सूबे की सियासी साख खराब हुई है। विजयवर्गीय