ऐसा माना जाता है कि किसी भी रिलेशनशिप को अंतरंग संबंध मजबूत बनाता है। सेक्स रोमांस को बढ़ाता है इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं। विज्ञान की मानें तो सेक्स के दौरान शरीर से रिलीज होने वाले कणों में ‘ऑक्सीटोसिन’ होता है। इन्हें लव हॉर्मोन भी कहते हैं। इनके रिलीज होने से रोमांस बढ़ता है।
लड़के-लड़कियों के दिमाग में अक्सर यह बात आती है कि क्या बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के रिश्ते में सेक्स होना चाहिए? इसके क्या मायने हैं? ये कितना जरूरी है? यह सवाल अगर आप 10 लोगों से पूछेंगे तो कुछ का जवाब हां में आएगा। वे कहेंगे कि सेक्स जरुरी है। लेकिन कुछ साफ इनकार करते हुए कहते दिखेंगे कि रिलेशनशिप में सेक्स जरुरी नहीं।
कुछ ऐसे भी मिलेंगे जो बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के रिलेशनशिप में सेक्स होने को सही तो मानेंगे लेकिन सेक्स जरुरी हो इसकी वकालत नहीं करेंगे। मगर रिश्ता बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड का हो या पति-पत्नी का, हम यहां आपको 5 ऐसी वजहें बताएंगे जो बताती हैं कि क्यों रिश्ते में सेक्स लाइफ का एक्टिव होना जरूरी है।
1) भावनात्मक रूप से आते हैं करीब
सेक्स से दो शरीर करीब आते हैं लेकिन यह एक ऐसा माध्यम है जिससे दो लोगों के बीच इमोशनल जुड़ाव भी बनता है। भावनात्मक रूप से दो लोग एक दूसरे से जुड़े जाते हैं। सेक्स लाइफ एक्टिव हो तो यह लगाव बना रहता है।
2) रोमांस में फायदा
सेक्स रोमांस को बढ़ाता है इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं। विज्ञान की मानें तो सेक्स के दौरान शरीर से रिलीज होने वाले कणों में ‘ऑक्सीटोसिन’ होता है। इन्हें लव हॉर्मोन भी कहते हैं। इनके रिलीज होने से रोमांस बढ़ता है।
3) तनाव होता है कम
सफल सेक्स सेशन के बाद कपल की थकान दूर होती है और ओर्गास्म रिलीज होते ही वे तनाव मुक्त भी महसूस करते हैं। आजकल की फास्ट लाइफ में अपने पार्टनर को समय देना मुमकिन नहीं हो पाता है। ऐसे में एक अच्छा सेक्स सेशन दिनभर की थकान से दूरी बनाकर साथी के करीब ले जाता है।
4) सेहत को मिलते हैं फायदे
जिस तरह सेक्स तनाव को दूर करता है, वैसे ही बॉडी को भी इससे कई फायदे मिलते हैं। यह एक तरह की एक्सरसाइज है। यह एक प्रकार का इम्यून बूस्टर भी है। मन और मस्तिष्क दोनों को हेल्दी बनाए रखता है। इसलिए सेक्स लाइफ का एक्टिव होना जरूरी है।