नई दिल्ली : कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वैरियंट के आने के बाद से भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका दौरे को लेकर ग्रहण लग गया है। सबसे खास बात यह कि ओमीक्रॉन वैरियंट का पता भी दक्षिण अफ्रीका में ही लगा था। जिसके बाद से साउथ अफ्रीका को ‘जोखिम वाले देश’ के रूप में पहचाना जाने लगा है। दुनिया भर के कई देश साउथ अफ्रीका से दूरी बनाना शुरु कर दिए हैं। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका का दौरा करना भारत के लिए खतरों से खाली नहीं है। वहीं, बीसीसीआई ने आगामी दौरे के लिए चयन बैठक पर रोक लगा दी है। हालांकि, भारत-ए टीम फिलहाल साउथ अफ्रीका में ही है और दूसरे टेस्ट खेल रही है।
बता दें कि बीसीसीआई ने कानपुर में पहले टेस्ट के ठीक बाद चयन बैठक की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब चयन बैठक फिलहाल टाल दी है। गौरतलब है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज से आराम दिए गए प्लेयर्स को साउथ अफ्रीका जाने से पहले 5 दिन क्वारंटीन होना था, जबकि टीम 8 दिसंबर को रवानगी शेड्यूल थी। लेकिन, अभी तक खिलाड़ियों को ट्रैवेल शेड्यूल के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, मोहम्मद शमी, केएल राहुल और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ी बायो बबल में शामिल होने के लिए बीसीसीआई की सूचना का इंतजार है। न्यूजीलैंड के खिलाफ T20I सीरीज के बाद खिलाड़ियों को बताया गया था कि 3 दिसंबर को मुंबई में क्वारंटीन होना होगा।
साउथ अफ्रीका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने बहुप्रतीक्षित सीरीज के लिए जोहानिसबर्ग पहुंचेगी तो उसके लिए पूर्ण जैव सुरक्षित माहौल(बायो-बबल) तैयार किया जाएगा। मंत्रालय ने साथ ही कोविड-19 का नया वेरिएंट मिलने के बावजूद ‘ए’ टीम के दौरे से नहीं हटने के लिए बीसीसीआई की सराहना भी की।
अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग विभाग(डर्को) जो देश का विदेश मंत्रालय है, ने कहा,‘भारतीय टीम के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए साउथ अफ्रीका सभी जरूरी एहतियाती कदम उठाएगा। साउथ अफ्रीका और इंडिया-ए टीम के अलावा दोनों राष्ट्रीय टीम के लिए पूर्ण रूप से जैव सुरक्षित माहौल तैयार किया जाएगा।’
मंत्रालय ने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय टीम का दौरा साउथ अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की 30वीं वर्षगांठ भी होगा।’ साउथ अफ्रीका सरकार की रंगभेद नीतियों के कारण 1970 में आईसीसी द्वारा साउथ अफ्रीका टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंधित करने के बाद भारत 1991 में देश की अंतरराष्ट्रीय टीम की मेजबानी करने वाला पहला देश बना था।
इस प्रकार है भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीकी दौरे का कार्यक्रम
पहला टेस्ट 17-21 दिसंबर वांडरर्स, जोहानिसबर्ग
दूसरा टेस्ट 26-30 दिसंबर सुपरस्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन
तीसरा टेस्ट 3-7 जनवरी न्यूलैंड्स, केपटाउन
पहला वनडे 11 जनवरी बोलैंड पार्क, पार्ल
दूसरा वनडे 14 जनवरी न्यूलैंड्स, केपटाउन
तीसरा वनडे 16 जनवरी न्यूलैंड्स, केपटाउन
पहला टी20 19 जनवरी न्यूलैंड्स, केपटाउन
दूसरा टी20 21 जनवरी न्यूलैंड्स, केपटाउन
तीसरा टी20 23 जनवरी बोलैंड पार्क, पार्ल
चौथा टी20 26 जनवरी बोलैंड पार्क, पार्ल