1. हिन्दी समाचार
  2. योग और स्वास्थ्य
  3. स्वामी रामदेव से जाने खाना खाने का सही और सभ्य तरीका

स्वामी रामदेव से जाने खाना खाने का सही और सभ्य तरीका

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

वर्तमान में लोगों की जीवनशैली इतनी बिगड़ गयी है कि लोग बहुत ही कम उम्र में बीमारी का शिकार होने लगे हैं, और उसका सबसे बड़ा कारण है खान पान का असंतुलित तरीका, लोग खाना तो खाते है लेकिन उन्हें सही तरीका नहीं पता होता और ऐसे में वो असामयिक ही बीमार हो जाते है और शरीर रोगी हो जाता है।

शरीर की संरचना कुछ ऐसी है कि एक बार उसे रोग हो जाए तो वो ठीक नहीं होता है वही उसका उपचार करने के लिए हम जो अंग्रेजी दवाई खाते है उससे लीवर और किडनी भी ख़राब होती है तो ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम बताने वाले है योग गुरु बाबा रामदेव के वो नुस्खें जिनका इस्तेमाल करके आप ना सिर्फ अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते है वही आपको यह भी पता चलेगा वो खाना खाने का सही तरीका क्या है।

स्वामी रामदेव कहते है की मनुष्य का शरीर कुछ ऐसा है कि उसे अलग अलग ऋतुओं में अलग अलग खान पान चाहिये, मनुष्य के शरीर में वात, पित्त और कफ होते है और जिसके शरीर में इनका संतुलन होता है वही निरोगी कहलाता है। स्वामी रामदेव का कहना है कि मनुष्य को अपनी प्रकृति के अनुसार ही भोजन करना चाहिये।

मनुष्य को संतुलित और अल्पहारी होना चाहिए क्यूंकि अल्पहारी सदा सुखी होता है, आगे वो बताते है कि मनुष्य को खाना खाने के बाद 1 घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए, उसके बाद ही पानी पीये। आगे वो कहते है कि दोपहर में छाछ और रात को खाने के बाद 1 घण्टे तक दूध नहीं पीना चाहिए।

एक और जो सबसे जरुरी चीज़ है वो यह है कि इंसान को कभी भी दूध के साथ नमक वाली चीज़ नहीं लेनी चाहिए, दूध के साथ नमकीन ज़हर का काम करती है और उससे त्वचा सम्बन्धी बीमारियां होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है, अगर हम विरुद्ध आहार लेंगे तो हमारे दोष विकृत हो जाते है और इसलिए कभी भी रात को दही छाछ नहीं पीना चाहिए।

स्वामी रामदेव हमेशा इस बात पर जोर देते है की मनुष्य को भोजन करने का सही तरीका मालुम हो, वो कहते है की कभी भी मनुष्य को खट्टी छाछ और लाल मिर्च नहीं खानी चाहिए वरना बवासीर होने का डर रहता है, सुबह सुबह का दही आपको इस बीमारी से बचा सकता है।

और जो एक जरुरी बात है कि कभी भी खीर के साथ रायता नहीं खाना चाहिए, ऐसे करके आप शरीर में बीमारी को न्यौता दे रहे है, सिर्फ इतना ही नहीं अगर आप दूध के साथ खीर और उसके बाद तरबूज का खरबूज खा रहे है तो आपकी मृत्यु भी हो सकती है।

अब सबसे बड़ा सवाल तो यह आता है कि पहले क्या खाये ? ऐसे में स्वामी रामदेव ने इसका समाधान बताया है, वो कहते है कि मनुष्य को सबसे पहले अंकुरित भोजन करना चाहिए, इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हानिकारक विषाक्त टोक्सिन शरीर से बाहर आ जाते है। अगर अंकुरित भोजन रोज़ लिया जाए तो अच्छा है लेकिन कम से कम सात दिन में एक बार तो आपको यह भोजन जरुर करना चाहिए।

खीरा, करेला, पत्ता गोभी, गाजर, टमाटर, इनसे पोषक तत्व शरीर को मिलते है, इसलिए इन सबका सेवन शरीर के लिए फायदेमंद रहता है। थोड़ी मात्रा में सरसों का तेल शरीर के लिए फायदेमंद रहता है। स्वामी रामदेव का कहना है कि मनुष्य को सबसे पहले हल्का भोजन करना चाहिए और सबसे अंत में भारी यानी आप अपने खाने की शुरुआत सबसे पहले हल्के खाने से करे और ज्यादा कोलेस्ट्रॉल वाली चीज़े भोजन के अंत में खाये।

अब नाश्ता करे तो करे क्या ? क्या रोज़ एक ही नाश्ता करे ? अगर करे तो मात्रा कितनी हो ? ये सब सवाल एक आम आदमी के मन में आते हैं और इन सब सवालों का जवाब स्वामी रामदेव देते है, उनके अनुसार मनुष्य को रोज़ एक ही नाश्ता नहीं करना चाहिए। जौ का दलिया नाश्ते के विकल्प के रूप में सबसे अच्छा है, इससे महिलाओं की मासिक धर्म की समस्या वही पुरुषों को धातु रोग जैसी समस्याओं से निजात मिलता है।

मनुष्य को कोशिश करनी चाहिए की वो गेंहू, जौ और चने के मिक्स आटे का इस्तेमाल करे, नाश्तें में 1 दिन अंकुरित, 1 दिन कोई भी फल, 1 दिन दलिया, 1 दिन जूस लेना चाहिए, सब्जी के रस की बात करे तो लौकी के रस का सेवन सबसे गुणकारी होता है, इसका सेवन करने वाले लोगों को कभी भी ब्लड प्रेशर की बीमारी नहीं होती है। अगर आपको लौकी का जूस कड़वा लगता है तो आप इसमें निम्बू मिला सकते है।

स्वामी रामदेव कहते है कि मनुष्य को रोज़ रोज़ नाश्तें में परांठे नहीं खाना चाहिये, कार्बोहइड्रेट और तेल के ज्यादा सेवन से कैंसर हो सकता है वही रोज़ रोज़ तला हुआ खाना भी नहीं खाना चाहिए, वो सिर्फ महीनें में एक बार या दो बार लेना चाहिए। खाना खाने का एक तरीका ये भी है एक आप हर 4 घण्टे के अंतराल में कुछ खाये, इससे शरीर भी हल्का रहेगा और पाचन क्षमता भी ठीक हो जायेगी।

तो ये थे कुछ ऐसे स्वामी रामदेव के नुस्खे जिन्हे आजमाकर आप अपने शरीर को निरोगी कर सकते है, वैसे भी कहा गया है कि पहला सुख निरोगी काया, अगले लेख में हम बात करेंगे आपकी सेहत से जुड़ी एक और नयी जानकारी की।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...