नई दिल्ली : आज, मेरी बेटी को कपड़े पहनने के लिए घर भेजा गया था जिससे उसकी महिला शिक्षक और उसके पुरुष शिक्षक असहज महसूस कर रहे थे। ये कहना है पिता का जिनकी बेटी को एक लंबे आस्तीन के कपड़े पहनने के कारण घर वापस भेजा गया। और कारण यह बताया गया कि उसके इस ड्रेस से टीचरों का ध्यान भंग होता है। हालांकि घटना के अगले दिन, छात्रा को लेकर स्कूल के रवैये के खिलाफ उसके दोस्तों ने समर्थन किया और क्लास से वॉक-आउट किया।
आपको बता दें कि ये पूरा मामला कनाडा का है, जहां एक 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा को स्कूल से सिर्फ इसलिए घर भेज दिया गया कि लड़की ने जो ड्रेस पहनी थी वो उसके टीचर और प्रिंसिपल को आपत्तिजनक लगी। खबरों के मुताबिक, स्कूल अधिकारयों के द्वारा लड़की के पोशाक को “अनुचित” माना गया था। स्थानीय मीडिया मेट्रो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र के पिता, क्रिस्टोफर विल्सन ने दावा किया कि नॉर्कम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि उसके कपड़ों ने उसे महिलाओं के इनर वियर की याद दिला दी थी।
रिपोर्ट में कहा गया कि छात्रा ने एक लंबी आस्तीन वाली सफेद ड्रेस पहनी थी जिसकी लंबाई घुटने तक थी। महिला शिक्षक ने कथित तौर पर कहा कि वह पोशाक “संभवतः एक पुरुष शिक्षक को अजीब महसूस करा सकती है। छात्रा को उसकी कक्षा से बाहर निकाला गया और प्रिंसिपल के पास ले जाया गया, जिसने इस बात पर भी सहमति जताई कि छात्रा का ड्रेस “अनुचित” था। प्रिंसिपल ने कहा कि स्कूल का ड्रेस कोड छात्रों को ऐसे कपड़े पहनने से रोकता है जो “शिक्षण या सीखने के दौरान अन्य लोगों को विचलित कर सकते हैं”।
वहीं जब पिता ने इस बाबत स्कूल प्रशासन से शिकायत की तो, प्रिंसिपल ने कथित तौर पर उन्हें बताया कि जिस शिक्षक ने उनकी बेटी को घर भेजा था, वह “थोड़े पुराने विचारों वाले स्कूल से थे। हालांकि स्कूल प्रशासन के इस रवैये से नाराज छात्रा के पिता विल्सन ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया और लिखा कि, “आज, मेरी बेटी को कपड़े पहनने के लिए घर भेजा गया था जिससे उसकी महिला शिक्षक और उसके पुरुष शिक्षक असहज महसूस कर रहे थे। कृपया सुनिश्चित करें कि इसमें शामिल लोगों की जवाबदेही तय हो ताकि यह फिर कभी दोहराया ना जाए। उन्होंने कहा, “मैं निराश हूं, मैं आहत हूं। मैं सिस्टम में निराश हूं। मैं 2021 में ऐसा होने से काफी परेशान हूं।”
वहीं इस खबर के बाद स्कूल अधीक्षक ने अपने एक बयान में कहा कि, “हम इन आरोपों से भी चिंतित हैं और उनके साथ उचित व्यवहार कर रहे हैं। घटना की अभी समीक्षा चल रही है।”