रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
नई दिल्ली: आकाश की आफत के बारे में आपने जरूर सुना होगा । शुक्रवार को गुरूग्राम में बिजली गिरने की खबर आयी थी । इसी बीच आसमान से एक और आफत गिरने की खबर सामने आयी है । बता दें कि यह आफत 21 मार्च को आने वाली है, जब एक मील चौड़ा क्षुद्रग्रह मार्च में पृथ्वी से होकर गुजरेगा । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी साझा की है ।
नासा के वैज्ञानिकों की मानें तो इस क्षुद्रग्रह को 2001 FO32 नाम दिया गया है । इसकी खोज दो दशक पहले की गयी थी । National Aeronautics and Space Administration ने बताया कि इस क्षुद्रग्रह की परिधि तीन हजार फीट है । यह क्षुद्रग्रह 77,000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से धऱती की तरफ बढ़ रहा है।
वहीं, सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के निदेशक, पॉल चोडस ने इस क्षुद्रग्रह को लेकर जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जितनी दूरी से क्षुद्रग्रह गुजरने वाला है वह दूरी चंद्रमा से धरती की दूरी के लगभग 5.25 गुना है । इसके अलावा नासा के वैज्ञानिक लांस बैनर का कहना है कि 20 साल पहले खोजे गए इस क्षुद्रग्रह के बारे में फिलहाल बहुत जानकारी नहीं है, लेकिन इसके पृथ्वी के नजदीक से गुजरने से हमें इसके बारे में बहुत कुछ जानने का मौका जरूर मिलेगा ।
बताया जा रहा है कि 21 मार्च को यह क्षुद्रग्रह दक्षिणी क्षितिज के थोड़ा ऊपर की ओर सूर्यास्त के ठीक बाद देखा जा सकता है । इसे देखने के लिए आठ इंच के एपर्चर टेलीस्कोप का इस्तेमाल करना होगा ।
क्या आप जानते है कि क्षुद्रग्रह क्या होते हैं ? दरअसल, जो छोटे खगोलीय पिंड सूर्य के इर्दगिर्द चक्कर लगाते हैं, उन्हें ‘क्षुद्रग्रह’ कहा जाता हैं । ये ज्यादातर मंगल और बृहस्पति के बीच मौजूद ‘एस्टेरॉयड बेल्ट’ में पाए जाते हैं। पृथ्वी के करीब से गुजरने के चलते कई बार इनसे अच्छा खासा नुकसान भी होने की संभावना रहती है।
हालांकि, धरती से टकराने की किसी संभावनाओं को वैज्ञानिकों ने खारिज कर दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये क्षुद्रग्रह हमारे ग्रह से करीब 12.5 लाख मील की दूरी से गुजरेगा । माना जा रहा है कि यह क्षुद्रग्रह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा से भी दोगुना आकार का है।