नई दिल्ली : देश में लोकतांत्रिक और प्रशासनिक व्यवस्था होने के बावजूद भी आज भी ऐसे कई लोग है, जो पुराने परंपराओं और रूढ़ीवादी विचारधाराओं से जकड़े हुए है। इस कारण वो आज भी खुद को श्रेष्ठ मान बैठे है। इसका नतीजा यह है कि वे अपने ताकत और पैसों के घमंड पर किसी पर भी अत्याचार करते है। वहीं पीड़ित व्यक्ति इनकी पहुंच और दबंगई को देख इनके विरूद्ध आवाज उठाने की साहस तक जुटा नहीं पाता।
एक ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत चेरा का है, जहां दबंगों (Dabang Beat Up Tribal Children) का कहर पंडो जनजाति (Pando Tribal Children) के नाबालिग बच्चों सहित आठ लोगों पर टूटा है। चोरी के शक में पेड़ से बांधकर मारपीट किया गया। इसके बाद जमीन पर लिटाकर भी उन्हें पीटा गया है। इससे पंडो जनजाति में डर का माहौल है। इसके बाद दबंगों ने सभी पर 35-35 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसे सरपंच के पास जमा कराना है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल है।
खबरों की मानें तो, घटना 15 जून की बताई जा रही है, जब गांव के सरपंच पति सत्यम यादव और जेपी यादव सहित अन्य लोगों ने गांव के नाबालिग बच्चों सहित आठ लोगों पर चोरी के शक में पंचायत कर हाथ बेल्ट से बांधकर जमीन में लिटा कर डंडे से मारपीट की। इस दौरान दबंगों ने उनके साथ गाली गलौज भी की है। इस संबंध में डिंडो चौकी प्रभारी आर एन पटेल ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है लेकिन पीड़ित अभी तक थाने तक नहीं पहुंचे हैं यदि शिकायत आती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
35-35 हजार का लगाया जुर्माना
गांव के दबंगों ने पंडो जनजाति के लोगों के साथ बेदम पिटाई के बाद 35-35 हजार का जुर्माना भी सभी पर लगाया है। पंचायत ने यह रुपये सरपंच पति सत्यम यादव के पास जमा करने के आदेश दिए हैं। खबर के अनुसार पीड़ितों को दबंग जबरन उनके घर से उठाकर लाए थे। पिटाई के दौरान कई दबंग वहां बैठे हुए थे।
मछली चोरी के आरोप में पिटाई
बताया जा रहा है कि गांव में एक शासकीय तलाब है, जहां दबंग लोग गैरकानूनी तरीके से मछली पालन करते हैं। दबंगों को शक था कि पंडो जनजाति के लोगों ने तालाब से मछली मार लिया है। इसके बाद इन लोगों ने पंडों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
घटना का वीडियो आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। इसके बाद त्रिकुंडा थाने ने गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।