उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत गुरुवार से हो गई है। जिसके चलते पहले दिन भारी बारिश और बर्फबारी के बीच मतदान कर्मी बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का वोट दर्ज करने के लिए उनके दर पर पहुंचे। दरअसल पहले दिन कुल मिलाकर 1974 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अस्सी साल से अधिक उम्र और दिव्यांग मतदाताओं को मिली डोर स्टेप वोटिंग सुविधा के तहत गुरुवार से उत्तराखंड में मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में इस श्रेणी के मतदाताओं का वोट लेने मतदान टोली उनके घर पर पहुंची लेकिन कुछ जगह खराब मौसम के कारण निर्वाचन टीमें मतदाताओं के द्वार पर नहीं पहुंच पाईं और शेष जिलों में शुक्रवार से इस श्रेणी का मतदान प्रारंभ होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट:पायल जोशी
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत गुरुवार से हो गई है। जिसके चलते पहले दिन भारी बारिश और बर्फबारी के बीच मतदान कर्मी बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का वोट दर्ज करने के लिए उनके दर पर पहुंचे। दरअसल पहले दिन कुल मिलाकर 1974 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
बता दें अस्सी साल से अधिक उम्र और दिव्यांग मतदाताओं को मिली डोर स्टेप वोटिंग सुविधा के तहत गुरुवार से उत्तराखंड में मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में इस श्रेणी के मतदाताओं का वोट लेने मतदान टोली उनके घर पर पहुंची लेकिन कुछ जगह खराब मौसम के कारण निर्वाचन टीमें मतदाताओं के द्वार पर नहीं पहुंच पाईं और शेष जिलों में शुक्रवार से इस श्रेणी का मतदान प्रारंभ होने की उम्मीद है।
चमोली जिले में पहले दिन निर्वाचन टीम ने 60 अलग- अलग गांवों में पहुंच कर इस श्रेणी के कुल 251 मतदाताओं के वोट दर्ज किए और सुबह से ही जारी बारिश और बर्फबारी के बीच सुबह ही गोपेश्वर खेल मैदान से मतदान पार्टियां रवाना हुई जिसके चलते चमोली जिले के लाता, सुभाई, तपोवन, उर्गम, घिंघराण, कैलाशपुर, हरमनी जैसे दूरस्थ गांवों में मतदान कर्मियों ने उत्साह के साथ मतदान सम्पन्न कराया और इधर, नैनीताल में बर्फबारी के कारण घर पर मतदान का कार्य शुरू नहीं हो पाया लेकिन अब यह प्रक्रिया छह और सात फरवरी को कराई जाएगी। इधर, बागेश्वर जिले में पहले दिन 499 लोगों ने पोस्टल बैलेट से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।