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चैतन्य गौड़ीयमठ की ओर से गीता जयंती के उपलक्ष्‍य में कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष को श्रीमद्भागवत गीता भेंट की

By RNI Hindi Desk 
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देहरादून : इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म ही एक ऐसा धर्म हैं जिसमे किसी ग्रन्थ की जयंती मनाई जाती है। इसका उद्देश्य मनुष्य में गीता के महत्व को जगाए रखना है।

शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पदेश अध्‍यक्ष प्रीतम सिंह नें कहा भगवत गीता का हिंदू समाज में सबसे उपर स्थान माना जाता हैं। इसे सबसे पवित्र ग्रन्थ माना जाता हैं। भगवत गीता स्वयं श्री कृष्ण ने अर्जुन को सुनाई थी। कुरुक्षेत्र के युद्ध में अर्जुन अपने सगे को दुश्मन के रूप में सामने देख, विचलित हो जाते हैं और उसने शस्त्र उठाने से इंकार कर देता हैं। तब स्वयं भगवान कृष्ण ने अर्जुन को मनुष्य धर्म व कर्म का उपदेश दिया। यही उपदेश भगवत गीता में लिखा हुआ है, जिसमें मनुष्य जाति के सभी धर्मों व कर्मो का समावेश है।

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र का मैदान गीता की उत्पत्ति का स्थान है, कलयुग में प्रारंभ के महज 30 वर्षों के पहले ही गीता का जन्म हुआ, जिसे जन्म स्वयं कृष्ण ने नंदी घोष रथ के सारथी के रूप में दिया था। श्रीमदभागवत गीता केवल हिंदू सभ्यता को मार्गदर्शन नहीं देती। कहा कि  गीता के श्लोकों में मनुष्य जाति का आधार छिपा हैं।

मनुष्य के लिए क्या कर्म हैं उसका क्या धर्म हैं, इसका विस्तार स्वयं कृष्ण ने अपने मुख से कुरुक्षेत्र की धरती पर किया था। उसी ज्ञान को गीता के पन्नो में लिखा गया है। इस दौरान महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, विकास दास प्रभु, शुभम कुमार, लक्ष्य सिंह, अक्षत शर्मा, हिमांशु, पार्षद देविका रानी आदि मौजूद रहे।

 

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