{ कोटद्वार से गिरीश तिवारी की रिपोर्ट }
दस मार्च को रंगों के पर्व होली को धूमधाम से मनाया जा रहा है और इससे एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने अंदर की बुराई को खत्म कर देते हैं।
उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में विधिवत पूजन के बाद होलिका दहन किया गया। इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को गुलाल का टीका लगाकर होली की बधाई दी।
रंगों के त्योहार होली की तैयारियां कई दिन पहले से हो जाती है, लेकिन इसे मुख्यत: दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन होलिका दहन किया जाता है और उसके अगले दिन रंग खेला जाता है। उत्तराखंड के अलग हिस्सों में विधिवत पूजन के बाद होलिका दहन किया गया
कोटद्वार में झंडा चौक चौराहे पर होलिका दहन किया गया। इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को गुलाल का टीका लगाकर होली की बधाई दी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोग होली पर्व को बहुत प्यार और धूमधाम से मना रहे हैं और यहां पर कोरोना वायरस का असर नहीं देखा जा रहा है सब एक दूसरे से बड़े सौहार्द और प्यार से मिलकर होली मना रहे हैं !