Congress will also have to adopt technology to gain power at the Centre: Harish Rawat; कांग्रेस नेता हरीश रावत का बड़ा बयान। हरीश रावत ने दी कांग्रेस को बीजेपी की राह पर चलने की सलाह। कांग्रेस ने किया हरीश रावत और प्रीतम सिंह को किया तलब।
नई दिल्ली : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले नाराज चल रहे कांग्रेस महासचिव हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने केंद्र में सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस को बीजेपी तकनीक अपनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता में वापसी चाहती है तो उसे भी अपने क्षेत्रीय नेताओं को मजबूत करने की भारतीय जनता पार्टी की तकनीक अपनानी होगी।
उन्होंने कहा कि, ‘‘हमें भी यही तकनीक अपनानी होगी जिससे राहुल गांधी 2024 में प्रधानमंत्री बन सकें।’’ हरीश रावत ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जीत की राह बनाने के लिए कांग्रेस को पहले राज्यों में भाजपा को हराना होगा। इस विचार के पीछे का तर्क स्पष्ट करते हुए रावत ने कहा कि यह राजनीति की उनकी समझ है। उन्होंने कहा कि पार्टी की विचारधारा देखने के अलावा मतदाता अपना प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को भी देखते हैं जिससे पांच साल के लिए जनता से वादे करने वाले को वे जवाबदेह बना सकें।
आपको बता दें कि रावत का यह बयान एक कानक्लेव के दौरान हुई। बता दें कि इससे पहले, हरीश रावत अपनी ही पार्टी से नाराज होते हुए खुलकर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर जाहिर कर दी। रावत ने ट्विटर पर लिखा, ”है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है!”
बता दें कि उत्तराखंड में चल रही कांग्रेस में उठापटक के बीच कांग्रेस ने हरीश रावत और प्रीतम सिंह को दिल्ली तलब किया है। जिससे राज्य में चल रही गहमागहमी को शांत किया जा सकें। गौरतलब है कि रावत उत्तराखंड में कांग्रेस का सबसे भरोसेमंद चेहरा हैं, प्रदेश में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी इनके कंधों पर है। सूत्रों के मुताबिक हरीश रावत चाहते हैं कि पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए। रावत का तर्क है कि तमाम चुनावी सर्वे में वो मुख्यमंत्री की पहली पसंद हैं।