रिपोर्टर- योगेश दुम्का
आज 22 मई के दिन शनि जयंती व वट सावित्री व्रत का त्यौहार हिंदू रीति रिवाज के साथ मनाया गया। वट सावित्री व्रत 2020 हिंदू धर्म में पति की लंबी आयु के लिए कई व्रत हैं लेकिन वट सावित्री के व्रत का अपना अलग ही महत्व माना जाता है।
जेष्ठ मास के व्रतों में वट अमावस्या का व्रत बहुत ही प्रभावी माना जाता है, जिसमें सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और सभी प्रकार की सुख समृद्धि की कामना करती हैं।
इस दिन सभी सुहागन स्त्रियों व्रत रखती है और वट वृक्ष की पूजा करती हैं ।मान्यता है कि वृक्ष के नीचे सावित्री ने अपने पतिव्रत की प्रभाव से मृत पड़े सत्यवान को पुनः जीवित किया था ,जब से यह वट सावित्री व्रत धूमधाम से मनाया जाता है।
वह हिंदू धर्म में इसकी बहुत मान्यता है वही आज उत्तराखंड में भी यह व्रत धूमधाम से मनाया गया व सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए पर साफ स्वच्छता के साथ इस व्रत पूजन को किया।
आज ही के दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है जिसका भी अपना एक विशेष हिंदू धर्म में मान्यता मानी जाति है, सभी मंदिरों में आज शनि देवता को तेल चढ़ा कर जाप व पूजन किया गया।