रिपोर्ट: नंदनी तोदी
जालौन: साल 2020 में जहा पूरी दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही थी, वहीँ ऐसे कई होनहार बच्चे है जो खुद को कोरोना काल के वक्त पोलिश कर रहे थे। कई अपने टैलेंट से उभरे तो कई अपनी पढाई की तरफ लग्न से। ऐसे ही एक 6 साल के उम्र की कहानी है।
दरअसल, जालौन के उरई में रहने बाले ऋषभ माहेश्वरी ने महज 6 साल की उम्र में ये साबित कर दिया कि लग्न से बढ़कर कुछ भी नहीं है। बात ये है कि इस छोटे से बच्चे ने महज 6 साल की उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवया है।
बता दें, ऋषभ को 1 से 100 तक के स्क्वायर मुंहजुबानी याद है। इतना ही नहीं, ऋषभ बिना किसी कैलकुलेशन के पूरे स्क्वायर लिख सकते हैं। साथ ही 1 से 100 तक के स्क्वायर ऋषभ को सिर्फ 4 मिनट 10 सेकेंड में सुना सकता है।
आपको बता दें, इस होनहार बच्चे का सपना बड़े होकर आईपीएस ऑफिसर बनना है। और वो अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता पिता और अपने ट्यूटर को देता है।
ऋषभ के पिता नवनीत से बातचीत में उन्होंने बताया कि ऋषभ का मेंटल आईक्यू लेवल बहुत हाई है और वो गणित के साथ-साथ अन्य विषयों में भी होशियार है। उसकी गणित में अधिक रुचि होने के चलते सभी ने उसको सपोर्ट किया। ऋषभ गणित में नए प्रयोग करता है। 1 से 100 तक के स्क्वायर उसको कंठस्थ हैं। रिवर्स, फॉरवर्ड और रेंडम किसी तरीके से पूछने पर तुरंत उत्तर देता है।