रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: यूपी की सियासत भी किस वक्त कौन सा करवट ले, ले इसकी कोई जानकारी नहीं होती है। राजनीतिक पंडित भी यूपी की सियासत से भौचक्के रह जाते हैं। हाल ही में सूबे के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से आगामीं विधान सभा चुनाव में CM फेस को लेकर सवाल किया गया था। तो उन्होने कहा था कि हमारी पार्टी कोई प्राइवेट लिमिटेड पार्टी नहीं है। हमारे यहां संसदीय बोर्ड तय करता है कि कौन CM फेस होगा।
केशव मौर्य़ के इस बयान के बाद विपक्षीय पार्टियों को मौका मिल गया था। तमाम अटकलों और बयानों के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचे थे। बुधवार को ही केशव मौर्य ने ऐसा बयान दिया है जो तमाम अटकलों पर विराम देने वाला माना जा रहा है।
CM योगी के घर आने को लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बेटे की शादी हुई थी, इसलिए सभी लोग आशीर्वाद देने के लिए आए थे। मुख्यमंत्री जी पहली बार आवास पर जरूर आए हैं, लेकिन सुख-दुख के वक्त पर उनका सहयोग हमेशा ही रहा है।
मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर चल रही अटकलों को लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब राष्ट्रीय स्तर का नेता कोई बोलता है, तो उसका मतलब निकालना चाहिए। अभी योगी जी ही मुख्यमंत्री हैं, अगर राष्ट्रीय नेतृत्व बोल रहा है कि वही मुख्यमंत्री होंगे, तो मानना चाहिए कि वही सीएम रहेंगे।
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ना ही संगठन में कोई बदलाव किया जा रहा है, हर किसी का एक ही लक्ष्य है कि 2022 में बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीत कर आए। बैठकों को लेकर उन्होने कहा कि ये होती रहती हैं, आगे भी होती रहेंगी। लेकिन हमारा फोकस सिर्फ प्रदेश में विकास पर रहा है, विपक्ष लगातार इधर-उधर की बात कर रहा है लेकिन केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार सिर्फ काम पर फोकस कर रही है।
वहीं उन्होने संजय निषाद की ओर से डिप्टी सीएम पद के लिए किए गए दावे पर कहा कि अगर किसी की कोई बात है, तो वो कह सकते हैं। लेकिन गठबंधन का अगर हिस्सा हैं, तो उसमें क्या संभव हो सकता है इसपर नेतृत्व विचार करेगा और आगे काम करेगा।
आगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा में लगातार बैठकों का दौर जारी है। केंद्रीय नेतृत्व भी लखनऊ पहुंकर बैठकें कर रहा है, रणनीति बनाने का दौर भी जारी है। सभी की नजरें आगामीं विधानसभा चुनाव पर ही है।