उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की रोड़वेज बसो में लगे जीपीएस डिवाइस को हटाया जायेगा और वीएलटी डिवाइस लगाया जायेगा। यह डिवाइस इसरो द्वारा बनाया गया उपग्रह इंडियन रीजनल नेवीगेशन से जुडा होगा। इसके अलावा लोगो की यात्रा को ओर सुरक्षित बनाने के लिए सभी रोड़वेज बसो में पैनिक बटन डिवाइस भी लगाने की तैयारिया की जा रही है। पैनिक बटन को दबाते ही सूचना स्थानिय पुलिस को पहुंचेगी और पुलिस तुरंत मदद के लिये पहुंच जायेगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की रोड़वेज बसो में लगे जीपीएस डिवाइस को हटाया जायेगा और वीएलटी डिवाइस लगाया जायेगा। यह डिवाइस इसरो द्वारा बनाया गया उपग्रह इंडियन रीजनल नेवीगेशन से जुडा होगा। इसके अलावा लोगो की यात्रा को ओर सुरक्षित बनाने के लिए सभी रोड़वेज बसो में पैनिक बटन डिवाइस भी लगाने की तैयारिया की जा रही है। पैनिक बटन को दबाते ही सूचना स्थानिय पुलिस को पहुंचेगी और पुलिस तुरंत मदद के लिये पहुंच जायेगी।
भारतीय उपग्रह से जोडी जायेगी यूपी रोड़वेज बसो की लोकेशन
उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में 11200 रोड़वेज बसे संचालित हो रही है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की इन बसो की लोकेशन को अब जीपीएस डिवाइस से पता नही लगाया जायेगा। अब इन बसो जीपीएस को हटाकर व्हीकल लोकेशन ट्रेफिक डिवाइस लगाया जायेगा। इसी को देखते हुए हाल में रोड़वेज बसो में लगे जीपीएस सिस्टम को भी रिचार्ज नही कराया गया है। उत्तर प्रदेश में पहली बार एटीएस का पालन किया जा रहा है। इसके तहत नियम है कि व्यवसायिक वाहनो को जीपीएस से नही जोड़ा जायेगा। क्योकि यह जीपीएस सिस्टम विदेशी उपग्रहो से जुडकर काम करता है। ऐसे में भारत के वाहनो की लोकेशन हर समय इन देशो के पास होती है। इसलिय यूपी की रोड़वेज बसो की लोकेशन भारतीय उपग्रह से जोड़ने के लिए वीएलटी डिवाइस लगाये जायेगें। यूपी रोड़वेज पहली बार में 10 हजार बसो में वीएलटी डिवाइस के माध्यम से इन्हे भारतीय उपग्रह से जोड़ेगा। इसके लिये टेंडर जारी कर दिये गये है।
पैनिक बटन से होगी यात्रा सुरक्षित
उत्तर प्रदेश में रोड़वेज बसो में सफर करने वाले यात्रियो की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सभी रोड़वेज बसो में पैनिक बटन भी लगाये जायेगें। सफर के दौरान यदि कोई आपात स्थिति आती है तो पैनिक बटन का प्रयोग कर सहायत मंगाई जा सकती है। बटन के दबाते ही बस के सबसे नजदीक वाले पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना मिल जायेगी। इसके बाद तुरंत संबंधित पुलिस मदद के लिए पहुंच जायेगी। इसके अलावा यदि कोई बस चालक निर्धारित गति सीमा से तेज गति से, अनियंत्रित तरीके से बस चला रहा है या बस गलत मार्ग पर जा रही है तो भी यात्री इस पैनिक बटन का प्रयोग कर सकते है।
राजधानी में पहले से चल रही है पैनिग बटन लगी बसे
प्रदेश की राजधानी लखनऊ मेंपहले से ही 100 ईबसो में पैनिक बटन लगे हुए है। इन सभी पैनिक बटनो को डायल 112 से लिंक कर दिया गया है। लखनऊ के 14 मागार्े पर ये पैनिक बटन लगी 100 ई बसे पहले से ही चल रही है। इसके बाद अब परिवहन निगम द्वारा प्रदेश की सभी रोड़वेज बसो में पैनिक बटन लगाने की तैयारी की जा रही है।