उत्तर प्रदेश: धर्मार्थ कार्य विभाग में भी निदेशालय गठित करेगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में सभी धार्मिक स्थलों पर धर्मार्थ कार्यों के संचालन के लिए एक निदेशालय गठित करने जा रही है। इस निदेशालय का गठन धर्मार्थ कार्य विभाग में किया जाएगा।
इस निदेशालय के गठन से प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों के धर्मार्थ कार्य का संचालन भगवान शिव की नगरी काशी से किया जाएगा।
सरकार के इस कदम के बाद प्रदेश में धार्मिक गतिविधियां बड़े ही सहज और सुचारू ढंग से चलाई जाएंगी। इस निदेशालय का मुख्यालय वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद द्वारा उपलब्ध कराए गए भवन में होगा, जबकि उप कार्यालय कैलाश मानसरोवर भवन, गाजियाबाद में होगा।
बीते साढ़े तीन सालों में प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों को विशिष्ट पहचान दिलाने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत अनेक नीतिगत प्रयास किए हैं।
काशी, अयोध्या, मथुरा और प्रयागराज समेत तीर्थों में श्रद्धालु सुविधाओं को विस्तार दिया जा रहा है। इसी क्रम में अब विभागीय कार्यों को गति देने के लिए निदेशालय का गठन किया जा रहा है।
आपको बता दें कि धर्मार्थ संस्थाओं व मंदिरों के व्यवस्थापन से संबंधित कार्यों के निष्पादन के लिए साल 1985 में अलग से धर्मार्थ कार्य विभाग का सृजन किया गया था। विभागीय मंत्री के अलावा इसका सिर्फ एक अनुभाग अपर मुख्य सचिव के नेतृत्व में शासन स्तर पर चल रहा है।
लगभग साढ़े तीन दशक बाद भी इसका निदेशालय नहीं स्थापित किया जा सका था। विभाग में निदेशालय की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। योगी सरकार ने अब इस कमी को पूरा करने जा रही है।