रिपोर्ट:- योगेश आर्य
जनपद सहारनपुर के बेहट कस्बे की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना राशिद जमाल कासमी ने कहा कि ईद का त्यौहार खुशियों का त्यौहार होता है लेकिन महामारी को देखते हुए उससे बचाव के लिए भी अलर्ट रहना होगा।
उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इलाके की आवाम से लॉक डाउन के नियमों का पालन करने और घर में ही रहकर ही ईद की नमाज अदा करने की अपील की है।
बेहट जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना राशिद कासमी ने कहा ईद का त्यौहार इस्लामिक त्यौहार है। जैसे और त्यौहार मनाए जाते हैं लेकिन इस्लाम का यह त्यौहार एक इबादत है।
मुकम्मल इबादत होने की खुशी में हम लोग यह त्योहार मनाते है। अल्लाह की बारगाह में 30 रोजे पूरे किए जाते हैं और ईद-उल-फितर की नमाज पढ़कर शुकराना अदा करते हैं।
इसके लिए हम ने अपील इसलिए की है क्योंकि इस महामारी में मुल्क का जो कानून है और जो हमने पूरे महीने इबादत की है और लॉक डाउन का पालन किया है,
आइंदा भी पालन किया जाए और ईद भी उसी तरह मनाई जाए जिस तरह से हमारे मुल्क का कानून कहता है।