सहारनपुर – ना तड़पने की इजाज़त है ना फरियाद की, घुट के मर जाए ये मर्ज़ी है इस सरकार की। यह शेर किसी शायर ने नही बल्कि कांग्रेस के पूर्व विधायक व कद्दावर नेता इमरान मसूद ने सुनाया।
उन्होंने सरकार पर किसान हितों के लिए उठाई जाने वाली आवाज़ को दबाने का भी आरोप लगाया। दरअसल, कांग्रेस नेता इमरान मसूद निजी कार्यक्रम में शामिल होने बेहट पहुँचे थे।
कांग्रेस नेता मास्टर जमील के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि किसान हितों के लिए सभी को आंदोलन करना चाहिए। क्योंकि अगर किसान परेशान होगा तो फिर ये व्यवस्था नही चल पाएगी।
अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। हमारी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र उद्योगपतियों के हाथ मे देना चाहती है।
उन्होंने कहा कि वे हर तरीके से किसानों के आंदोलन के साथ है, जो नीति किसान बनायेगे हम उस पर चलेंगे।