{ कानपुर से संवाददाता इबने हसन ज़ैदी की रिपोर्ट }
नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद हुई हिंसा के बाद से ही केंद्रीय एजेंसिया सतर्क हो गयी है और आंदोलन की आड़ में की गयी फंडिंग की जांच हो रही है, आरोप है कि चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खातों में 120 करोड़ जमा किये और इनका इस्तेमाल हिंसा भड़काने के लिए किया गया।
वही आज कानपुर सहित कई अन्य जिलों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसा भड़काने वोले पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और माना जा रहा है कि इनसे पूछताछ में कई राज़ खुल सकते है।
आपको बता दे कि एजेंसियों के इनपुट के आधार पर हुई जांच में पता चला है कि 15 दिसंबर से लेकर अब तक शहर में सीएए के विरोध को लेकर जो भी बवाल, हिंसा, धरना-प्रदर्शन हुए, उसकी फंडिंग पीएफआइ ने ही की थी।
एक अनुमान लगाया गया है कि कानपुर में इस संघठन ने हिंसा भड़काने के लिए 12 करोड़ से अधिक का धन इस्तेमाल किया।