बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज अपने ट्विटर अकाउंट से 3 ट्वीट किये जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार ने जो 20 लाख करोड़ का पैकेज जारी किया उसकी असली परीक्षा तो अब होने वाली है।
उनका इशारा इस धन के इम्प्लीमेंटेशन पर था। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, लॉकडाउन के कारण तिरस्कार से पीड़ित जैसे-तैसे घर लौटने वाले श्रमिकों के लिए अन्ततः माननीय कोर्ट को कहना पड़ा कि रेल/बस से उन्हें फ्री घर भेजने की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है।
वही अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, इन बेसहारा लाखों प्रवासी श्रमिकों की रोजी-रोटी की मूलभूत समस्या का समाधान करना केन्द्र व राज्य सरकारों का अब पहला कर्तव्य बनता है।
वही अपने आखिरी ट्वीट में उन्होंने केंद्र सरकार को निशारे पर लेते हुए लिखा कि 20 लाख करोड़ रु का जो आर्थिक पैकेज घोषित किया है उसके भी जनहित में उचित उपयोग की परीक्षा अब यहां होनी है।