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लखनऊ: खादी स्वदेशी को मास्क के ज़रिए बढ़ावा, देखिये ये स्पेशल रिपोर्ट

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

{ रिपोर्टर अनुज कुमार }

कोरोना वायरस को हराने के लिए सभी राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही हैं वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फैसला लिया है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए खादी के मास्क बनाए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 66 करोड़ ट्रिपल लेयर वाले विशेष खादी के मास्क बनाने के आदेश दिए हैं, इन मास्क को एक बार उपयोग करने के बाद धोकर फिर से उपयोग में लाया जा सकेगा।

गरीब जनता को ये खादी के मास्क मुफ्त में बांटे जाएंगे वहीं अन्य लोगों के लिए भी इसकी कम से कम कीमत चुकानी होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा की महामारी से उपजे संकट के इस दौर में हमें लोकल ने ही बचाया और लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है,गौरतलब है की राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को बचाव के उपाय के साथ घर से निकलने पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया हैं।

बगैर मास्क या मुंह ढके बिना घर से बाहर निकलने पर पहली व दूसरी बार में 100-100 रुपये, जबकि तीसरी बार ऐसा करने पर 500 रुपये जुर्माना लगाने का प्रवाधान किया है।

इसके साथ संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिग का पालन कराने के लिए दो पहिया वाहन पर अगर दो लोग चलते पाए गए तो जुर्माने के साथ लाइसेंस भी निरस्त करने के आदेश जारी किए है।

इस नियम में उन लोगों को छूट होगी जिन्हें गाड़ी चलाना नहीं आता और वे किसी के साथ ऑफिस या अन्य जरूरी काम से जा रहे हों।

सरकार ने कई स्वंय सहायता समूहों और गैर सरकारी संस्थओं को मास्क बनाने का बीड़ा दिया है.. जिसमें लगभग 66 करोड़ मास्क की पूर्ति करनी है।

राजधानी लखनऊ की मटियारी निवासी अफ़साना खान लॉक डाउन में सरकार के निर्देश पर स्वयं सहायता समूह के माध्यम से हर दिन हजारों मास्क तैयार कर रही है।

आत्मनिर्भर के तर्ज पर अफ़साना खान खुद तो मास्क तैयार कर रहीं है साथ साथ आसपास की बेरोजगार महिलाओं व युवतियों को रोजगार दे रही है जो प्रतिदिन 3 सौ से 4 सौ रुपये कमा कर अपने साथ साथ घर का खर्च चला रहीं है।

स्वयं सहायता समूह में काम करने वाली युवती का कहना है कि जबसे लॉक डाउन लगा सारा काम बंद हो गया कोई काम नही था। (एन.आर.एल.एम) के तहत स्वयं सहायता समूह से मास्क बनाने का काम मिला और प्रति दिन 2 से 3 सौ रुपये कमाई हो रही है।

प्रधानमंत्री की मूल मंत्र आत्मनिर्भर से लोकल से ग्लोबल तक पहुचना के लिए सभी को स्वदेशी वस्तुवों का इस्तेमाल कर देश के लोग न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदें, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करें।

इसी क्रम में स्वयं सहायता समूह संचालिका का कहन है कि अब तक 30 से 35 हज़ार मास्क सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में सप्लाई की जा चुकी।

MSME सेक्टर में स्वदेशी अभियान के अंतर्गत खादी को बढ़वा देने का प्रयास किया जा रहा है.. इस खादी मास्क को आसानी से सिनेटाइज कर धो कर दुबारा उपयोग कर सकते है।

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