संत शोभन सरकार का बुधवार को निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से उनके भक्तों में शोक की लहर है. उनका आश्रम कानपुर देहात के शिवली कोतवाली क्षेत्र में है.
कानपुर के बिठूर में स्थित बंदी माता घाट पर बुधवार दोपहर संत शोभन सरकार के पार्थिव शरीर को गंगा में प्रवाहित किया गया। इस दौरान वहां पर बाबा के हजारों भक्त मौजूद रहे।
शोभन सरकार ने साल 2013 में फतेहपुर के रीवा नरेश राम बख्श के किले में 1000 टन सोने का खजाना दबे होने का दावा किया था।
उनके आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए करीब 20 हजार भक्त जमा हो गए। कई गांवों के लोग लॉकडाउन के बावजूद सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गए थे।
शोभन सरकार का पूरा नाम है परमहंस स्वामी विरक्तानंद उर्फ शोभन सरकार। इनका जन्म कानपुर देहात के शुक्लन पुरवा में हुआ था।
पिता का नाम पंडित कैलाशनाथ तिवारी था। कहते हैं कि शोभन सरकार को 11 साल की उम्र में वैराग्य प्राप्त हो गया था।