नई दिल्ली : देश में जारी कोरोना के दूसरी लहर के बीच न जानें कितने पत्रकारों ने अपनी जान के परवाह किये बगैर आम लोगों से सरकार तक कोरोना के न्यूज को कवर कर अलर्ट किया। और बताया कि कैसे यह महामारी आम लोगों के जीवन को निगल रहा है। हालांकि इन खबरों को कवर करने के दौरान कई पत्रकार भी कोरोना संक्रमित हो गये और उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।
आपको बता दें कि हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि स्वाधीनता आंदोलन से लेकर वर्तमान समय तक सामाजिक जागरण व राष्ट्र निर्माण में हिंदी पत्रकारिता का बड़ा योगदान रहा। इस बीच मुख्यमंत्री ने इस दौरान बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कोरोना संक्रमण की वजह काल के गाल समाने वाले पत्रकारों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया।
बता दें कि इससे पहले कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की देखरेख का जिम्मा उठाते हुए योगी सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू करने का ऐलान किया है। इसके तहत सरकार ऐसे सभी बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठाएगी और बच्चों के वयस्क होने तक उनके अभिभावक को चार हजार रुपये प्रतिमाह देगी।