गुरूवार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के सिविल अस्पताल पहुंचकर माँ भारती के अमर सपूत, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आज लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें सादर श्रद्धांजलि दी।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी मार्च 2017 में सत्ता की कमान संभालने के बाद उत्तर प्रदेश की ‘फिजा’ बदली-बदली सी नजर आने लगी। साढ़े चार साल पहले योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहली चोट अपराधियों व माफियाओं पर की गई
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अपराधी या तो अपराध छोड़ देगा या यूपी छोड़ेगा। सीएम योगी ने अपराधियों के खिलाफ बेहद सख्त रवैया अपनाया। चार वर्ष से अधिक के कार्यकाल में प्रदेश में गैंगस्टर अधिनियम के तहत कुल 15 अरब 74 करोड़ रूपये से अधिक की अवैध संपत्तियों को जब्त किया गया।
वही, 2017 में योगी आदित्यनाथ सीएम बने । वह 1985 के बाद ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जो लगातार दूसरी बार सत्ता में आए हैं। इससे पहले तक यूपी रोटी पलट चुनाव के लिए मशहूर था। 1985 के बाद यहां कभी एक के बाद दूसरे चुनाव में उसी पार्टी को सरकार बनाने का मौका नहीं मिला। वही एक बार फिर सीएम योगी ने जनता के लिए एक और मिसाल कायम की है।
गुरूवार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के सिविल अस्पताल पहुंचकर माँ भारती के अमर सपूत, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आज लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें सादर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान सीएम ने कहा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी महान स्वतंत्रता सेनानी थे। देश की एकता के लिए आपका बलिदान प्रेरणा है। भारत माता के महीन सपूत को श्रद्धांजलि। उनके बलिदान को कोटि-कोटि नमन। कांग्रेस ने अनु. 370 को कश्मीर पर थोपा था। ‘नाजायज कूनान से आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा था।’ ‘पीएम मोदी ने इस कानून से कश्मीर को मुक्त किया।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति और देश की एकता-अखंडता व सुरक्षा के साथ उनकी खिलवाड़ करने की प्रवृत्ति के खिलाफ आवाज दी थी। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि ‘एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे, और इसके लिए उन्होंने स्वयं को बलिदान किया।