रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कांग्रेसी नेता हमेंशा ही उनके संन्यास लेने से पहले वाले नाम ‘अजय सिंह बिष्ट’ कहकर पुकारते हैं। सीएम योगी को अजय सिंह बिष्ट कहना कांग्रेसी नेताओं का भड़ास है, या फिर कुछ और इसको समझने की जरुरत है। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गईं हैं। चुनाव से पहले सीएम योगी को अजय सिंह बिष्ट कहना कोई मजाक या भड़ास की बात नहीं है, बल्कि अगर मौजूदा वक्त की स्थिति को देखें तो अजय सिंह बिष्ट कहना चुनावी रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है।
आपको बता दें कि यूपी में सभी पार्टियां जातीय समींकरण को बनाने में लगी हुई है। इस वक्त सूबे में चर्चा चल रही है कि ब्राह्मण जो BJP के पक्के समर्थक माने जाते हैं, वो BJP से कुछ नाराज चल रहें हैं। जिसका फायदा कांग्रेस पार्टी लेना चाहती है। एक कारण यह भी हो सकता है, सीएम योगी को अजय सिंह बिष्ट कहकर संबोधित करने का।
वहीं दूसरी ओर देखें तो जो कांग्रेस पार्टी सीएम योगी को अजय सिंह बिष्ट कहकर संबोधित करती है, उसी कांग्रेस पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनियां गांधी का कोई पुराना नाम लेकर पुकार दे तो कांग्रेस पार्टी FIR तक कर देती है। यह ताजा मामला उस वक्त उठा जब गुरुवार को एक टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता ने योगी आदित्यनाथ को अजय सिंह बिष्ट कहकर सम्बोधित किया, उसके बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ऐसा जवाब दिया कि कांग्रेसी नेत्री की बोलती बंद हो गई।
आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार दोपहर दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की। वहीं शुक्रवार को योगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व् भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात करेंगे। योगी के दिल्ली दौरे को लेकर एक TV चैनल पर डिबेट हो रही थी, इस डिबेट में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव अपनी-अपने पार्टी का पक्ष रख रही थी।
डिबेट के दौरान कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कई बार योगी आदित्यनाथ को अजय सिंह बिष्ट कहकर सम्बोधित किया, एंकर ने टोंका तो बोलीं नाम में क्या रखा है, नाम तो नाम होता है, इसके बाद संबित पात्रा ने भी सोनिया गांधी को उनके इटली वाले नाम एंटोनियों माइनों से सम्बोधित करके जवाब दिया तो कांग्रेस नेत्री की बोलती बंद हो गई, एंकर ने टोंका तो संबित पात्रा ने भी स्पष्ट शब्दों में कह दिया, नाम में क्या रखा है।
आपको बता दे कि एक बार रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी ने सोनिया गांधी को उनके पुराने नाम एंटोनियों मायनों कहकर सम्बोधित किया था, इससे कांग्रेसी इस कदर नाराज हुए कि अर्णब के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में सैकड़ों FIR दर्ज करा दिए थे।