नई दिल्ली : बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता और विधायक मुख्तार अंसारी की शुक्रवार को बांदा जेल से मऊ कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान जहां उसने कोर्ट से बैरक में टीवी लगवाने की मांग की। वहीं अंसारी ने परिजनों और वकीलों से भी बात करवाने की गुहार लगाई।
मुख्तार के वकील दारोगा सिंह ने बताया कि पेशी के दौरान उनके क्लाइंट मुख्तार ने कोर्ट को बताया कि मच्छरदानी और कूलर उपलब्ध करवा दिया गया है। लेकिन हार्ड-बेड और फिजियोथेरेपिस्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी उसको नहीं दिया जा रहा है। अंसारी ने यह भी कहा कि उसकी परिजन से बात नहीं कराई जा रही है और ना ही उसको अपने वकीलों से बात करने दी जा रही है। मुख्तार ने कहा कि बात करने के लिए उसने अपने बड़े भाई अफ़ज़ाल अंसारी का नंबर दर्ज करवाया है ,जो वर्तमान में सांसद हैं।
इसके साथ ही अंसारी ने कोर्ट के समक्ष यह बात भी रखी कि वकीलों से बात नहीं करने देने की सूरत में उसको न्यायालय में विचाराधीन मामलों की पैरवी में दिक्कत हो रही है। अंसारी ने यह भी कहा कि बांदा जेल में उसके बैरक में टीवी नहीं है जबकि अन्य सभी बैरक में टीवी लगी है।
आपको बता दें कि अंसारी ने ये सभी बातें फर्जी पते पर जारी आर्म्स लाइसेंस में विधायक के लेटरपैड पर पैरवी करने के मामले में हो रही सुनवाई में ये बातें कही। बताते चलें कि मऊ विधायक अंसारी ने अपने लेटर पैड पर अपने खास लोगों को असलहों का लाइसेंस देने की पैरवी की थी। जांच में जानकारी मिली की आर्म्स लाइसेंस पाने के लिए दर्ज कराए गए पतेफर्जी हैं। इसी को आधार बनाकर मुख्तार अंसारी के साथ ही उसके करीबियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 मई 2021 को होनी है।