विपक्षी दल नागरिकता कानून को लेकर जो हो हल्ला मचा रही है, उसपर केंद्र सरकार का कहना है कि CAA और NRC की आड़ में विपक्षी दल अपनी अपनी रोटियां सेक रहे हैं। देश की जनता को गलत इन्फॉरमेशन देकर गुमराह किया जा रहा है। नागरिकता कानून को लेकर गुमराह किए गए लोगों के लिए भाजपा जागरुकता अभियान रैली चला रही है, जिसके तहत वह देश के अलग अलग राज्यों में जाकर लोगों को इस कानून का सही जानकारी दे रही है। कर्नाटक के हुबली में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी रैली में विपक्ष पर जमकर हमला किया।
सीएए में भारत में मुसलमानों की नागरिकता छीनने का कोई खंड ही नहीं है। प्रदर्शन के दौरान लोग सड़कों पर उतर गए और पुलिस से भी हाथापाई कर रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, कम्युनिस्ट, सपा, बसपा हैं।
अमित शाह ने आगे कहा कि, भारत के प्रथम पीएम जेवाहरलाल नेहरू, प्रथम होम मिनिस्टर सरदार पटेल और प्रथम अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद जी ने वादा किया था कि हम इन अल्पसंख्यकों को नागरिकता देंगे। मौलाना आज़ाद ने इन अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का भी वादा किया था, और इसलिए आचार्य कृपलिनी थे। इसके बाद अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, राहुल गांधी- ये सभी नेता कांग्रेस से हैं। आपने अपने पूर्वजों के इन वादों को पूरा नहीं किया। इसे आज पीएम मोदी पूरा कर रहे हैं।
अगर पाकिस्तान के आतंकवादी भारत आते हैं और हमारे जवानों और लोगों को मारते हैं, तो क्या हमें उन्हें सबक नहीं सिखाना चाहिए? कांग्रेस सरकार के 10 साल तक आतंकवाद पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और हमारे जवान शहीद हो गए। पीएम मोदी, सत्ता में आते ही उरी और पुलवामा में हमले हुए। 10 दिनों में, आतंकवाद को हराने के लिए भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक किया गया।
जब पाकिस्तान हमला करता है तो राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी सबूत मांगते हैं। राहुल गांधी और इमरान खान दोनों ने सबूत मांगे। राहुल गांधी और इमरान खान दोनों ने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त नहीं किया जाना चाहिए। दोनों का कहना है कि सीएए को लागू नहीं किया जाना चाहिए। मैं इमरान खान और कांग्रेस के नेताओं के बीच के रिश्ते को नहीं समझ सकता।
कुछ साल पहले, जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। क्या हमें इन भारतीय विरोधी लोगों को सजा नहीं देनी चाहिए? राहुल गांधी का कहना है कि उन्हें अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, जो भी भारतीय विरोधी नारे लगाता है, उसका स्थान सलाखों के पीछे होता है।
हम जन जागरण अभियान के तहत 3 करोड़ से अधिक लोगों से संपर्क करने जा रहे हैं। 250 से अधिक रैलियों का आयोजन होने जा रहा है। हम प्रेस कॉन्फ्रेंस और इस तरह के अन्य उपायों के माध्यम से देश के सामने सच्चाई लाएंगे।