नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग में शिरकत करने आए ईऱान के विदेशमंत्री जवाद शरीफ ने बुधवार को कहा कि, खाड़ी क्षेत्र में तनाव को कम करने में भारत बड़ी भूमिका निभा सकता है। क्योंकि भारत एक महत्वपूर्ण पक्ष है। ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान के बीच चनाव के बीच जरीफ का यह बयान आया है। भारत यह कहता रहा है कि वह जल्द से जल्द तनाव को कम करने के पक्ष में है और भारत, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और कतर समेत प्रमुख पक्षों के साथ संपर्क में है, क्योंकि इस क्षेत्र में उसके महत्वपूर्ण हित है।
आपको बता दें कि यूक्रेन इंटरनैशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद हादसे का शिकार हो गया था। दरअसल ईरान के द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर गिए गए मिसाइल हमले के कुछ देऱ यह विमान हादसा हुआ था। अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था।
इस हमले में हलांकि इन ठिकानों पर कोई घायल नहीं हुआ था। लेकिन जरीफ ने विमान के गिराए जाने को एक भूल बताया है। ईरान ने अमेरिका से तनाव होने के बाद पिछले सप्ताह इराक में दर्जनों मिसाइलें उन दो ठिकानों पर दागी थी जहां अमेरिकी सेना और गठबंधन की सेना है।
रायसीना डायलॉग में ईरानी विदेशमंत्री जवाद जरीफ ने रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की और दोनों देशों के नेताओं ने खाड़ी में बने हालात पर चर्चा की। दरअसल जरीफ और सर्गेई भू- राजनीति पर हो रहे भारत के वैश्विक सम्मेलन रायसीना डायलॉग में शिरकत करने के लिए भारत में हैं। यह सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब पूरी दुनिया का ध्यान ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद से ईरान और अमेरिका पर है। भारत हमेशा से ही कहता रहा है कि तनाव जल्द कम होगा।