हरियाणा के भिवानी जिले में नए साल के पहले ही दिन एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां पहाड़ दरकने की वजह से 8 से 10 वाहन दब गए। जिसमे लगभग 15 से 20 लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है। वहीं तीन लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है।
रिपोर्ट- धीरज मिश्रा
चंडीगढ़: हरियाणा के भिवानी जिले में नए साल के पहले ही दिन एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां पहाड़ दरकने की वजह से 8 से 10 वाहन दब गए। जिसमे लगभग 15 से 20 लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है। वहीं तीन लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। जबकि, एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। जानकारी के मुताबिक, जिले के डाडम खनन क्षेत्र में पहाड़ का बड़ा हिस्सा दरकने से यह हादसा हुआ है। प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में जुटा हुआ है।
वहीं, फिलहाल मौके पर मीडियाकर्मियों व आम जनता के जाने पर रोक लगा दी गई है। मौक़े पर पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल व पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने हादसे की जानकारी ली है। जानकारी के मुताबिक, यह हादसा भिवानी के खनन क्षेत्र डाडम में हुआ है। यहां पहाड़ खिसकने से कई लोगों के मलबे के नीचे दबने और हताहत होने की सूचना है। मौके पर बचाव कार्य जारी है। पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इस हादसे में खनन में इस्तेमाल होने वाली पोपलैंड और अन्य कई मशीनें भी मलबे में दब चुकी हैं। फिलहाल अब तक पहाड़ के खिसकने की वजहों का पता नहीं चल सका है।
हादसे के बाद प्रशासन राहत कार्यों में जुट गया है और पहाड़ के मलबे को हटाकर लोगों की तलाश की जा रही है। हालांकि, दबे हुए व्यक्तियों की संख्या को लेकर कुछ भी स्पष्ट आंकड़ा अभी सामने नहीं आ पाया है। पुलिस प्रशासन ने पहाड़ दरकने वाले स्थान पर मीडियाकर्मियों और आम लोगों के जाने पर पाबंदी लगा दी है। घटनास्थल से दूर ही आम लोगों को रोका गया है। इस बारे में खानक-डाडम क्रेशर एसोसिएशन के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय यह घटना घटी, कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था। खनन क्षेत्र दोनों तरफ से फॉरेस्ट एरिया से घिरा हुआ है। फॉरेस्ट एरिया क्षेत्र से हजारों टन का पहाड़ दरकर खनन क्षेत्र की तरफ आया, जिसमें अभी तक पांच वाहनों के दबने की पुष्टि हो पाई है। अब तक तीन लोगों को निकाला जा चुका है, दो व्यक्ति उपचाराधीन है. जबकि एक मजदूर की मौत हुई है। गौरतलब है कि खनन कार्य प्रदूषण रोकथाम के चलते प्रशासन द्वारा लंबे समय से बंद किया हुआ था। दो दिन पहले ही खनन कार्य के लिए बिजली के कनेक्शन प्रदूषण विभाग ने दिए थे, क्योंकि लंबे समय से प्रदूषण के कारण खनन कार्य पर रोक लगी हुई थी, जिसको लेकर खनन कार्यो से जुड़े लोग धरना-प्रदर्शन भी कर रहे थे।
पहाड़ अपने आप खिसका है या फिर धमाके की वजह से यह हादसा हुआ है, इस बारे में अभी कुछ भी जानकारी नहीं मिल सकी है। घायलों को मलबे से निकालकर उपचार के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है।