जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेते हुए ईरान ने बुधवार को सुबह इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर 22 मिसाइलें दागे। ईरान के इस हमले में अमेरिका के करिब 80 सैनिक मारे गए हैं। वहीं, इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का कहना है कि इस हमले में एक भी सैनिक नहीं मारे गए हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने इसे बड़ी सफलता बताया है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने कहा है कि अमेरिका की दादागीरी के खिलाफ हमने हमेशा संघर्ष किया है। हमला सफल रहा और पिछली रात हमने अमेरिका के घमंड पर तमाचा जड़ा है। कासिम सुलेमानी की हत्या को शहादत बताते हुए कहा कि ईरान कभी उनके योगदान को नहीं भूल सकेगा।
ईश्वर का नाम लेते हुए खामनेई ने कहा कि, आज अमेरिकी बेस पर ईरान के बहादुर और साहसी सैनिकों ने सफल आक्रमण किया। हमारा संघर्ष लगातार जारी है और हम शक्तिशाली ताकतों के खिलाफ संघर्ष के लिए एकजुट रहे हैं। ईरान कभी कमजोर नहीं पड़नेवाला और कभी हार भी नहीं माननेवाला है। ईरान के साथ जो हुआ हम उसको कभी नहीं भूलेंगे।
सुलेमानी को याद करते हुए खामनेई ने कहा कि, वह महान साहसी व्यक्ति थे और उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष किया। उनके चेहरे की तरफ आप देखें, उन्होंने ईरान के मूल्यों को हमेशा आगे बढ़ाया। वह बहुतों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत थे और महान देशभक्त थे। हम उनकी पवित्र आत्मा के कर्जदार हैं।