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भाजपा के खिलाफ आप की मोर्चाबंदी, निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर कैंडल मार्च

AAP's barricade against the BJP, candle march at the civic center, the corporation headquarters; आम आदमी पार्टी ने कॉर्पोरेशन चुनाव के मद्दे नज़र भाजपा का घेरा। आप ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर कैंडल मार्च किया।

By RNI Hindi Desk 
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मुमताज़ आलम रिज़वी

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने कॉर्पोरेशन चुनाव के मद्दे नज़र भाजपा का घेराव शुरू कर दिया है। यहाँ की हुक्मरां पार्टी आप ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर कैंडल मार्च किया और भाजपा सरकार पर तीखे हमले किये। आप के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं दिया है जिसके कारण सभी हड़ताल पर चले गए हैं और आम जनता स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो गयी है।

नॉर्थ एमसीडी के एलओपी विकास गोयल ने कहा कि पूरी जानकारी होने के बावजूद मेयर समय से पहले ऑफिस बंद करके निकल गए, हम उन्हें ज्ञापन नहीं दे पाए। दुर्भाग्य से अब यह ज्ञापन उन्हें कल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह इस प्रकार छुपकर भागने से बचने वाले नहीं हैं। हमारा संघर्ष जारी रहेगा। साउथ एमसीडी के एलओपी प्रेम चौहान ने कहा कि पहले भाजपा की लापरवाही से दिल्ली में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े और अब उन मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को सैलरी नहीं दे रहे हैं।

सरकार की ग़लती से डॉ हड़ताल पर गए : पाठक

आम आदमी पार्टी से एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में सभी तीनों एमसीडी के एलओपी, सभी पार्षदों और मनोनीत पार्षदों ने डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ को वेतन नहीं मिलने को लेकर कड़ा विरोध करते हुए सिविक सेंटर पर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित एमसीडी से तत्काल सभी कर्मचारियों का वेतन जारी करने की मांग की है जिससे आम जनता फिर से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सके। आम आदमी पार्टी ने सभी अस्पताल दिल्ली सरकार को सौंपने की मांग की है। यह कैंडल मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।

जानकारी के बावजूद मेयर भाग गए : गोयल

कैंडल मार्च के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि एमसीडी में शासित भाजपा ने पिछले कई महीनों से डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ को तनख्वाह नहीं दी है जिसके कारण वह लोग हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में आम जनता स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो गई है। इसी विरोध में आज हम एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर के बाहर कैंडल मार्च कर भाजपा का घेराव कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि एमसीडी जल्द से जल्द पूरे स्टाफ की सैलरी जारी करे। लेकिन हमें पता है कि एमसीडी इसमें पूरी तरह फेल रहेगी क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि इनके कर्मचारियों को हड़ताल पर जाना पड़ रहा है।

भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से एमसीडी में शासित है और अब धीरे-धीरे उनकी सारी पोलें खुलती जा रही हैं। पिछले 15 सालों में उन्होंने जो भ्रष्टाचार किया है, उनका जो कुशासान रहा है, वह सभी चीजें अब खुलकर बाहर आ रही हैं। आप देखिए कि कैसे इनका बजट हर साल घटता जा रहा है। हर साल आय घटती जा रही है और देनदारियां बढ़ती जा रही हैं। स्वच्छता में रैंकिंग हर साल बदतर होती जा रही है। इसबार एमसीडी की स्वच्छता रैंकिंग 43वें से 45वें पर पहुंच गई। इसके बावजूद यह लोग स्वच्छता का बजट घटा देते हैं।

दिल्ली के चारों तरफ इन्होंने कूड़े के पहाड़ खड़े कर दिए हैं। दिल्ली में जो जल जनित बीमारियां हैं, जिनको रोकने की जिम्मेदारी एमसीडी की है, डेंगू ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उसके बावजूद आज आपने ऐसे हालात कर दिए हैं, आपने निगम को इतना लूटा है कि आज आप कर्मचारियों को दो-दो, तीन-तीन महीनों से सैलरी नहीं दे पा रहे हैं। कल पूरी फेडरेशन ने हड़ताल की। सभी ने करीब एक हफ्ते हड़ताल पर रहने की जानकारी दी है। सभी का यही कहना है कि यदि हमें तनख्वाह नहीं मिली तो हम पूर्ण रूप से हड़ताल पर चले जाएंगे। तो भाजपा ने निगम का यह हाल कर दिया है। 1100 बेड का अस्पताल है उसके सारे डॉक्टर, सभी नर्स, सारे पैरा मेडिकल स्टाफ हड़ताल पर हैं। यही हाल इंदिरा गांधी अस्पताल का है। जो इतनी पढ़ाई करके, इतनी मेहनत से डॉक्टर बने, वह हड़ताल पर बैठने के लिए डॉक्टर तो नहीं बने थे। वह लोग जनता की सेवा करने के लिए डॉक्टर बने थे। लेकिन आज उन्हें सड़कों पर बैठना पड़ रहा है। यह वही लोग हैं जिन्होंने कोरोना में अपनी जान दांव पर लगाकर दिल्ली वालों की सेवा की।

एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जी इनपर फूंलों की बारिश करवाते हैं और दूसरी तरफ उसी भारतीय जनता पार्टी ने उनका ऐसा हाल कर दिया है कि उनके घर में राशन नहीं है। यह जो हुआ है वह अचानक नहीं हुआ है कि यह लोग अचानक हड़ताल पर चले गए हैं। हम भी दिवाली के पहले सी प्रेसवार्ता करके बता रहे हैं कि डॉक्टर्स हड़ताल पर जाने वाले हैं, आप लोग कुछ कीजिए। इससे साफ पता चलता है कि एमसीडी जानबूझ कर दिल्ली की जनता को परेशान कर रही है जिससे किसी तरह से दिल्ली सरकार को बदनाम किया जा सके।

एमसीडी के अस्पतालों पर सबसे ज्यादा इलाज कौन करवाने जाता है? आम जनता! हड़ताल के कारण आज वह लोग इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। यह सभी अस्पताल दिल्ली की जनता के टैक्स से बने हैं। उनके इलाज के लिए बने हैं। मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से निवेदन करता हूं कि उसपर राजनीति न करें। यदि आपसे अस्पताल नहीं चल रहे हैं तो इनको तुरंत आप दिल्ली सरकार को दे दो। दिल्ली सरकार की निगरानी में यह सभी अस्पताल बेहतर हो जाएंगे, पूरे स्टाफ को समय पर तनख्वाह मिल सकेगी और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि यह सभी अस्पताल अरविंद केजरीवाल की सरकार को सौंप दे।

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