रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गये वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को हरा कर दुनिया की पहली टेस्ट चैंपियन टीम बनीं। इस मैच को जीतने के लिए दोनो टीमों ने एक दूसरे को जमकर टक्कर दी। जिस तरह से दर्शक दीर्घा में दर्शकों के उपर दबाव साफ दिख रहा था, उसी तरह से खिलाड़िंयों पर दबाव साफ दिख रहा था। लेकिन हम आपको उस खिलाड़ी की बात बतायेंगे, जिसको उसके प्रदर्शन के लिए मैच ऑफ द मैच चुना गया।
आपको बता दें कि मुकाबले के अंतिम दिन तेज गेंदबाज काइल जेमिसन को बाथरूम (शौचालय) में छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा था। न्यूजीलैंड के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान पैदा हुए तनाव और घबराहट के कारण उनको ऐसा करना पड़ा। जेमिसन ने एक वेबसाइट को बताया कि, ‘देखने के मामले में यह शायद क्रिकेट का सबसे कठिन दौर था, जिसका मैं हिस्सा रहा हूं।’
उन्होंने कहा कि ‘हम अंदर बैठे थे और वास्तव में टीवी पर देख रहे थे. टेलीविजन पर सीधा प्रसारण थोड़ी (कुछ सेकेंड) देरी से हो रहा था। मैदान में मौजूद भारतीय दर्शक हर गेंद पर ऐसे शोर कर रहे थे जैसे विकेट गिर गया हो। वह हालांकि एक रन या डॉट गेंद होती थी।’ उन्होंने कहा, ‘यह देखना काफी कठिन था। मैंने वास्तव में कई बार बाथरूम में जाने की कोशिश की, जहां कोई शोर नहीं था, बस थोड़ी देर के लिए उससे दूर हो गया क्योंकि यह काफी तनाव हो रहा था।’
लंबे कद के इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘लेकिन केन और रॉस का मैदान पर होना अच्छा था। हमारे दो सबसे महान बल्लेबाजों ने वास्तव में स्थिति को नियंत्रित किया और अपने काम पूरा किया।’ जेमिसन को हालांकि इस जीत का जश्न मनाने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला क्योंकि फाइनल के 48 घंटे के अंदर उन्हें फिर से मैदान पर उतरना पड़ा।