भारतीय टीम के उपकप्तान ने कहा है कि उनका ध्यान कप्तानी पर नहीं है, बल्कि पहले डे-नाईट टेस्ट पर है। पिंक बॉल को लेकर दिक्कतों को भी उन्होंने बताया। रहाणे ने कहा है कि पिंक गेंद से समय समय पर अपनी गति में परिवर्तन करती रहती है। तो बल्लेबाजों को संभलकर खेलने की जरूरत है।
आपको बता दें कि विराट कोहली डे-नाईट टेस्ट के बाद भारत वापस लौट जाएंगे। इसके बाद तीनो टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे टीम की कप्तानी करेंगे। अगर भारत ये सीरीज जीत जाता है तो भारत के लिए टेस्ट चैंपियनशिप में जाने का रास्ता आसान हो जाएगा।
रहाणे ने कहा – ” निश्चित रूप से यह एक चुनौती है। दिन में गेंद अलग तरह से व्यवहार करती है और रोशनी में अलग तरह से व्यवहार करती है। एक बल्लेबाज के रूप में इस पर ध्यान देना मेरे लिए अहम होगा। एक बल्लेबाज के रूप में आप जतना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, करना चाहते है, इसलिए दो बल्लेबाजों के बीच बातचीत होना जरूरी है। कुल मिलाकर यह दिन-रात के अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन था। टेस्ट में अच्छी शुरूआत मिलनी अहम होगी। ”
गुलाबी गेंद को लेकर उन्होंने कहा – ” मुझे लगता है कि शुरूआत में गुलाबी गेंद से खेलना मुश्किल होता है, लेकिन बाद में यह आसान हो जाती है। लाल गेंद से हम दिन भर खेलते हैं तो रफ्तार में अचानक बदलाव नहीं आता है लेकिन गुलाबी गेंद से 40-50 मिनट के भीतर गति अचानक बदल जाती है उस समय सही सामंजस्य बिठाना जरूरी है। “