For the first time in 65 years, a bowler will captain the Australian Test team; ऑस्ट्रेलिया को अब एशेज सीरीज के लिए नया कप्तान बनाना होगा। नए कप्तान की रेस में पैट कमिंस का नाम सबसे आगे।
नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट टीम में 65 साल में पहला मौका होगा जब ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम की कप्तानी गेंदबाज करेगा। ऐतिहासिक बदलाव टिम पैन के कप्तानी छोड़ने के बाद ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट में आने जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया को अब एशेज सीरीज के लिए नया कप्तान बनाना होगा। नए कप्तान की रेस में पैट कमिंस का नाम सबसे आगे है, जो पहले से ही टीम के उप कप्तान हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच अगले महीने से एशेज सीरीज होनी है। टिम पैन इस सीरीज के लिए मेजबान ऑस्ट्रेलिया के कप्तान बनाए गए थे।
पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जो तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं। वे अब तक 34 टेस्ट, 69 वनडे और 37 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। कमिंस टेस्ट रैंकिंग में पहले नंबर पर भी हैं। टिम पैन ऑस्ट्रेलिया के 46वें टेस्ट कप्तान थे। यानी अगर मौका मिलता है तो पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया के 47वें टेस्ट कप्तान होंगे।
एशेज सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। टिम पैन पर एक लड़की को अश्लील मैसेज और फोटो भेजने का आरोप लगा है। उन्होंने 2017 में ऐसा किया था। टिम पैन ने मैसेज वायरल होने के बाद अपनी गलती स्वीकार ली है और सभी से माफी भी मांगी है, लेकिन उन्होंने इस घटना की वजह से ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पद से इस्तीफा दे दिया है।
रेमंड लिंडवाल ने 1956 में भारत के खिलाफ की थी कप्तानी
ऑस्ट्रेलिया के लिए 1956 में रेमंड लिंडवाल ने 1956 में भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में कप्तानी की थी. रे स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज थे। उनके नाम 61 टेस्ट मैच में 228 विकेट दर्ज हैं। लिंडवाल आखिरी तेज गेंदबाज थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट मैच में कप्तानी की है। उसके बाद से आज तक किसी गेंदबाज को यह मौका नहीं मिला। जबकि ऑस्ट्रेलिया में डेनिस लिली से लेकर ग्लेन मैक्ग्रा जैसे बेहतरीन गेंदबाज हुए हैं।
अब इसे चाहे विवादों की देन ही कह लीजिए लेकिन लगातार दो कप्तानों के विवादों में फंसने के कारण ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड नए कप्तान की तलाश में जुट गया है। सीए इस तलाश में पहला नाम पैट कमिंस का ही आ रहा है। इसकी वजह भी साफ है। ऑस्ट्रेलिया में अगर मार्नस लैबुशेन को छोड़ दिया जाए तो कोई भी युवा बल्लेबाज ऐसा नहीं है, जिसकी टेस्ट टीम में जगह पक्की हो। ऑलराउंडर भी टीम में आते-जाते रहते हैं। ऐसे में 28 साल के पैट कमिंस ही बोर्ड की पहली पसंद हो सकते हैं, जिनका अनुभव और उम्र भी कप्तानी के लिए परफेक्ट है।