नई दिल्ली : पंजाब में छिड़ा सियासी बवाल अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां खुद कांग्रेस के लिए उसके ही पार्टी के नेता सिरदर्द बने हुए है। वहीं दूसरी ओर शिरोमणी अकाल दल के नेता लगातार पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कौर का विरोध कर रहा है और उन्हें भ्रष्टाचारी बता रहे है।
आपको बता दें कि मंगलवार को राज्य सरकार पर घोटाले और भ्रष्टाचार का आरोप लगा अकाली दल ने प्रदर्शन किया। इस दौरान अकाली दल के दर्जनों नेता कार्यकर्ता सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर पहुंचे और धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बल का प्रयोग किया। वॉटर कैनन छोड़े गए और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को हिरासत में लिया गया।
हिरासत में लेने से पहले अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि, ”कोविड-19 टीकाकरण में घोटाला है, फतेह किट में घोटाला है, एससी छात्रवृत्ति में घोटाला है और किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है।’ बादल ने कहा कि अगर कोई तूफान उठा, तो कैप्टन उसे रोक नहीं पाएंगे, भले ही वह पूरी ताकत लगा दें।
‘राज्य में सबसे ज्यादा नपसंद शख्स अमरिंदर’
बता दें कि इससे पहले शनिवार को बादल ने आरोप लगाया था कि अगर आज राज्य में सर्वे होता है तो सीएम अमरिंदर सिंह को पंजाब का सबसे नफरत वाला शख्स चुना जाएगा। बादल ने कहा, केवल हम ही नहीं, बल्कि लोग और कांग्रेस विधायक भी उनके खिलाफ हैं। एसएडी अध्यक्ष ने दावा किया था कि आगामी 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में सीएम अमरिंदर सिंह की जमानत तक जब्त हो जाएगी।
SAD-BSP गठबंधन ने किया है क्लीन स्वीप का दावा
चुनाव पूर्व गठबंधन में, SAD ने मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ हाथ मिलाया है। शनिवार को दोनों दलों के बीच गठबंधन का ऐलान किया गया था। गठबंधन के बाद दोनों पार्टियों ने दावा किया है कि विधानसभा चुनावों में उन्होंने पहले भी क्लीन स्वीप किया है और आगे भी करेंगे।
SAD और BSP दोनों में सीटों का बंटवारा
बता दें कि दोनों दलों के बीच सीट का बंटवारा हो चुका है। राज्य की 117 सीटों में से बीएसपी को 20 सीटें मिली हैं जबकि अकाली दल 97 सीटों पर अपने पार्टी सिंबल पर प्रत्याशियों को लड़ाएगी।