उत्तर प्रदेश: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार की चार योजनाओं के बारे अपनी राय रखते हुए कहा कि अग्निपथ योजना को नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून को किसानों ने नकारा, नोटबंदी को अर्थशास्त्रियों ने नकारा, GST को व्यापारियों ने नकारा। राहुल गांधी ने लिखा कि देश की जनता क्या चाहती है इसके बाद भी पीएम मोदी नहीं समझ रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता है।
अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा
कृषि कानून – किसानों ने नकारा
नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा
GST – व्यापारियों ने नकारा
देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 17, 2022
राहुल गांधी ने इसके पहले भी इस योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए एक एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था, “न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई direct भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।”
24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा
मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है@narendramodi जी
इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए
एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए।
सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2022
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अग्निपथ योजना को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट पर लिखा, 24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा। मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए। एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए। सेना भर्ती को पहले की तरह कीजिए।
इसके पहले प्रियंका गांधी ने एक और ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, “भाजपा सरकार सेना भर्ती को अपनी प्रयोगशाला क्यों बना रही है? सैनिकों की लंबी नौकरी सरकार को बोझ लग रही है?” युवा कह रहे हैं कि ये 4 साला नियम छलावा है। हमारे पूर्व सैनिक भी इससे असहमत हैं। सेना भर्ती से जुड़े संवेदनशील मसले पर न कोई चर्चा, न कोई गंभीर सोच-विचार. बस मनमानी? सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की आँखों में देशसेवा, माँ-बाप की सेवा, घर परिवार और भविष्य के तमाम सपने होते हैं। नई सेना भर्ती योजना उन्हें क्या देगी? 4 साल बाद न हाथ में नौकरी की गारंटी, न पेंशन की सुविधा= नो रैंक, नो पेंशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी युवाओं के सपनों को मत कुचलिए।आपको बता दें कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में पूरे उत्तर भारत में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। कही ट्रेन तो कहीं वाहनों में आग लगाई जा रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान में मुख्य रूप से इस योजना के विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं।