प्रिंट इंडस्ट्री कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण बड़े संकट में है। आपको शायद यह जानकार बड़ी हैरानी होगी की सिर्फ 2 महीने के लॉकडाउन में देश की प्रिंट मीडिया को 4500 करोड़ का नुकसान हो गया है।
इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी (आईएनएस) ने एक अनुमान लगाया है कि यह घाटा अगले 7 महीने तक जारी रहेगा और इससे लगभग 15 हज़ार करोड़ का नुकसान हो सकता है।
इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी के प्रेजिडेंट शैलेश गुप्ता ने कहा कि घाटे की वजह से अखबार कंपनियां अपने एम्प्लॉइज और वेंडर्स के वेतन का भुगतान करने में असमर्थ हैं।
ज्ञात हो, समाचार पत्र निकाय ने सरकार से यह भी आग्रह किया है कि वह ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन की विज्ञापन दरों को 50 प्रतिशत तक बढ़ाएं और बजट खर्च में भी 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी करें।