समूचे उत्तर प्रदेश सहित आसपास के इलाकों में धान की खेती मौसम के ऊपर निर्भर होती हैं। समय पर मजदूरों का न मिलना और बढ़ती मजदूरी के कारण किसानों का धान की खेती से मोह भंग होता जा रहा है। लेकिन ड्रम सीडर धान की खेती के लिए वरदान साबित
समूचे उत्तर प्रदेश सहित आसपास के इलाकों में धान की खेती मौसम के ऊपर निर्भर होती हैं। समय पर मजदूरों का न मिलना और बढ़ती मजदूरी के कारण किसानों का धान की खेती से मोह भंग होता जा रहा है। लेकिन ड्रम सीडर धान की खेती के लिए वरदान साबित
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की संस्था एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एप्लिकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट कानपुर (अटारी कानपुर) ने आईसीएआर औऱ अपनी तकनीक के तेजी से प्रसार के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म NamFarmers.com के साथ समझौता (एमओयू) किया है। आईसीएआर- अटारी कानपुर उत्तर प्रदेश के सभी 88 कृषि विज्ञान केन्द्रों के जरिए कृषि तकनिकों का
रिपोर्ट- धीरज मिश्रा हरियाणा:केंद्र सरकार (Central Government)के तीन विवादित कृषि क़ानूनों को लेकर उसकी आलोचना करते रहे मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने इस बार सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है। हरियाणा (haryana) के दादरी में एक सामाजिक कार्यक्रम में गवर्नर मलिक ने कहा, “मैं जब किसानों के
रिपोर्ट- धीरज मिश्रा जैसा आ सब को पता है की 1 जनवरी 2022 को दोपहर 12 बजे के बाद पीएम किसान योजना की 10वीं किस्त किसानों के खाते में आ जाएगी। पिछले हफ्ते ही देश के करोड़ों किसानों को मैसेज के जरिए इस बात की जानकारी दे दी गई थी।
नई दिल्ली : तेलंगाना (Telangana) के लाखों किसानों (Farmers) के लिए एक बड़ी खबर है, जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। दरअसल इस महीने के अंतिम सप्ताह में रबी सीजन (Rabi Season) के लिए किसानों के खाते में 5,000 रुपये प्रति एकड़ की राशि जमा की जाएगी। इस बाबत
नई दिल्ली : प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को एक शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों की आय बढ़ाने को लेकर कदम उठा रही है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि ‘यह भारत
रिपोर्ट-इब्ने हसन जैदी कानपुर: फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST-IITK) में, आई आई टी (IIT) कानपुर ने एक पोर्टेबल मिट्टी परीक्षण उपकरण विकसित किया है जो एक एम्बेडेड मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से केवल 90 सेकंड में मिट्टी के स्वास्थ्य का पता लगा सकता है। रैपिड
मुमताज़ आलम रिज़वी नई दिल्ली: केंद्र सरकार की जानिब से पांच सूत्रीय प्रस्ताव के बाद किसान जल्द अपना धरना ख़त्म कर सकते हैं। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाज़ीपुर बॉर्डर पर पिछले एक साल से धरना दे रहे किसान अब शायद मान जाएं। तीन कृषि क़ानून की वापसी के बाद
रिपोर्ट:पायल जोशी नैनीताल: इस बार लोगों के लिए जाड़ों में गहत की दाल खाना आसान नहीं होगा। बता दें कि भारी बारिश के कारण गहत की खेती का काफी नुकसान हुआ है। बीते अक्टूबर में हुई अतिवृष्टि ने तो गहत उत्पादक काश्तकारों की कमर तोड़कर रख दी। बता दें कि भारी
नई दिल्ली : गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया। इस दौरान उन्होंने संसद द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता
नई दिल्ली : वर्तमान समय में ज्यादतर लोगों की इच्छा होती है कि वह अपना खुद का काम शुरू करें लेकिन कई कारणों से नहीं शुरू कर पाते हैं। ऐसे में अगर आप किसी बिजनेस की तलाश में हैं, जहां बेहद कम निवेश से मोटी कमाई की जा सके, तो
रिपोर्ट: अनुष्का सिंह देश में कोविड ने खूब तंडव मचाया है, और अभी भी इस पर रोकथाम नही है, बल्कि कोविड का कहर अभी भी जारी है। और इसी सब के बीच जिसने फिर से लोगे के बीच दहशत पैदा की है वो है डेंगू । राज्यों में डेंगू का
केला एक लंबा बेरी फल है जो बड़े जड़ी-बूटियों के फूलों वाले पौधों द्वारा उत्पादित किया जाता है। कुछ देशों में, खाना पकाने के लिए उपयोग किए जाने वाले केले को ‘पौधे’ कहा जाता है, जो उन्हें रेगिस्तानी केले से अलग करता है। इसमें परिवर्तनशील आकार, रंग और दृढ़ता है।
केंद्रीय श्रम मंत्रालय अपने कार्यबल के लिए भारत की वेतन गणना को संशोधित करने पर सहमत हो गया है। अपनी सबसे हालिया गणना में, मंत्रालय ने कृषि मजदूरों और ग्रामीण श्रमिकों (सीपीआई-एएल एंड आरडब्ल्यू) आधार वर्ष 2019 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को संशोधित करने का निर्णय लिया है ।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बागवानी फसल उत्पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कहा 2020-21 में बागवानी फसल उत्पादन का रिकॉर्ड 331.05 मिलियन टन होने की उम्मीद है, 10.6 मिलियन टन की वृद्धि या 3.3% की वृद्धि हुई है। पिछले वर्षों में भारत के बागवानी क्षेत्र