प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक बातचीत करेंगे। दोनों देशों के पीएम की ये बातचीत वर्चुअल तरीके से होगी।
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं की इस बातचीत में कई समझौतों पर भी मुहर लग सकती है। इस दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री हल्दीबाड़ी-चिल्हाटी रेल लिंक का उद्घाटन करेंगे। साल 1965 के बाद फिर से भारत-बांग्लादेश के बीच रेल सर्विस शुरू होने की खबर से दोनों देशों के लोग काफी खुश हैं।
रेल सर्विस शुरू होने से उत्तर बंगाल और कोलकाता के बीच करीब 40 फीसदी दूरी कम हो जाएगी। पहले जहां जाने में 14 घंटे का समय लगता था, अब वहीं 6 घंटे में कोलकाता पहुंच सकेंगे।
इसके अलावा दोनों नेताओं की बातचीत में त्रिपुरा को बांग्लादेश से जोड़ने वाली अखूरा-अगरतला रेल लिंक के कामकाज की भी समीक्षा होगी जिसे 2021 तक शुरू किया जाना है।
सूत्रों के मुताबिक शिखर वार्ता के दौरान जहां बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान पर एक स्मृति डाक टिकट जारी किया जाएगा। वहीं दोनों देशों के राष्ट्रपिता की स्मृतियों पर एक विशेष प्रदर्शनी बंगबंधु-बापू डिजिटल एग्जिबिशन का भी उद्घाटन किया जाएगा।
इस प्रदर्शनी में जहां महात्मा गांधी और बंगबंधु के जीवन कृतित्व का छायांकन है, वहीं बंगमाता और बा के योगदान को भी उभारा गया है। इसके अलवा प्रदर्शिनि में बांग्लादेश के मुक्तिसंग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं और बलिदानों को संजोया गया है, जिसमें तीस लाख लोग मारे गए थे और 2 लाख दुष्कर्म की घटनाएं हुई थीं।
इस प्रदर्शिनी को नई दिल्ली के अलावा बांग्लादेश के कई अन्य शहरों और संयुक्त राष्ट्र संघ में भी ले जाया जाएगा। इसका समापन 2022 में कोलकाता में होगा। भारत और बांग्लादेश शिखर वार्ता की तैयारियों से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक कोरोना के बाद के बदले परिदृश्य में दोनों मुल्कों के संबंधों का नया अध्याय शुरु करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस कड़ी में संस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों से लेकर नई कनेक्टिविटी और आर्थिक साझेदारी की योजनाओं पर जोर दिया गया है। दोनों देशों के बीच 1965 से पहले की सभी रेल परियोजनाएं 2022 तक काम करने लगेंगी।
17 दिसंबर को होने वाली शिखर वार्ता में दोनों पीएम हल्दीबाड़ी-चिल्हाटी रेल लिंक को हरी झंडी दिखाएंगे। वहीं पूर्वोत्तर में त्रिपुरा को बांग्लादेश से जोड़ने वाली अखूरा- अगरतला रेल लिंक के कामकाज की भी समीक्षा होगी जिसे 2021 तक शुरु किया जाना है।