रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: पीएम मोदी की आकांक्षी जिला योजना की सफलता को लेकर जमकर तारीफ हो रही है। UNDP ने स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, बुनियादी ढांचा, कौशल विकास एवं आर्थिक उन्नति के आधार पर इस योजना का एक मूल्यांकन कर क्षेत्र विकास के लिए इसे बेहद सफल मॉडल बताया है।
आपको बता दें कि UNDP के भारतीय प्रतिनिधि शोको नोडा ने यह रिपोर्ट में नीति आयोग के उपाध्यक्ष और सीईओ डॉ राजीव कुमार को सौंपी। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले उपेक्षित और माओवादी चरमपंथ से प्रभावित दूरदराज के जिलों का ‘आकांक्षी जिला कार्यक्रम’ के तहत ठोस प्रयासों के कारण पिछले तीन सालों में अच्छा विकास हुआ है। इस यात्रा में जरूर कुछ बाधा आई, लेकिन पिछड़े इलाकों में तेजी से विकास हुआ।
इस योजना के तहत प्रतिस्पर्धी और गतिमान संस्कृति को बढ़ावा मिलने से ऐसे कई जिलों में का कायाकल्प हुआ है, जो काफी पिछड़े थे। इनमें यूपी के चंदौली और सोनभद्र, झारखंड के सिमडेगा, मध्य प्रदेश के राजगढ़ आदि जिले शामिल हैं।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम को पीएम मोदी ने जनवरी 2018 में शुरू किया था। सरकार का मकसद था ‘सबका साथ सबका विकास’। जिसके तहत बेहद पिछड़े जिलों के लोगों का जीवन स्तर उठाने के साथ-साथ सबका समावेशी विकास सुनिश्चित करना था। UNDP ने तारीफ करने के साथ-साथ अन्य देशों को भी सलाह दिया है कि इस योजना को अन्य देशों को भी अपनाना चाहिए।
इस रिपोर्ट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया है। इसमें लिखा-भारत के एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम का उद्देश्य हमारे देश भर के क्षेत्रों में समावेशी और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। इस कार्यक्रम के तहत, कई जिलों ने समग्र परिवर्तन देखा है। देखकर खुशी हुई।