The number of candidates with criminal background increased in the assembly elections... reached 101..इस साल के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशी की संख्या देखी गई है।
रिपोर्ट: खुशी पाल
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मामला काफी गड़बड़ाता नज़र आ रहा है। दरअसल, पीछलें सालों के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस साल सबसे ज्यादा आपराधित पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे है।
जानकारी के मुताबिक पीछले वर्षो के मुकाबले इस इस साल ज्यादा आपराधित पृष्टभूमि वाले प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे है। आपको बता दें कि इस बार कुल 101 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों में से हर पार्टी के आंकड़ो को देखे। तो कांग्रेस में से 22 प्रत्याशी है, निर्दलीय 21 वहीं, आम आदमी पार्टी के 13, भाजपा के 12, बसपा के 11, समाजवादी पार्टी के 6, यूकेडी के 7 प्रत्याशी शामिल है।
आपको बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों की संख्या बढ़ गई है। जहां 2017 में 630 में से 92 प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे, वहीं इस बार 632 में से 101 प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। जामकारी के मुताबिक इस बार सबसे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। इस सभी आकंड़ो की जानकारी चुनाव आयोग की ओर से दी गई है।
इसके अलावा एआईएमआईएम, लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (सत्या), शिरोमणि अकाली दल, उत्तराखंड जनएकता पार्टी, उत्तराखंड जनता पार्टी, अखंड भारत विकास पार्टी, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के भी एक-एक प्रत्याशी ऐसे हैं जो कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2017 विधानसभा चुनाव में कुल 630 प्रत्याशियों थे। जिनमें से 92 प्रत्याशी की संख्या ऐसी थी जो आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे। इनमें भाजपा के 18, कांग्रेस के 16, निर्दलीय 31, समाजवादी पार्टी के दो, बसपा के 8, यूकेडी के 4, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन का 1 प्रत्याशी शामिल था।