बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टी अपनी तैयारी में जुट चुके है। जैसे जैसे बंगाल में विधान सभा चुनाव पास आ रहे है वैसे वैसे बंगाल की राजनीति भी तेज होती जा रही है।
बंगाल में होने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी पार्टी ने अपनी तैयारी तेजी कर दी है। बीजेपी नेता अमित शाह अपने तीन दिवसीय दौरे पर है। अमित शाह के दौरे से बंगाल में राजनीती में गर्मी आ गई है, साथ ही बंगाल में चुनाव से पहले अमित शाह के रोड शो से खलबली मच गई है।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बीजेपी को लेकर बड़ा दावा किया है। प्रशांत किशोर के मुताबिक अमित शाह का बंगाल दौरा मीडिया की बनाई हुई छवि है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी नतीजों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाएगी।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ”मीडिया के समर्थित पक्ष द्वारा बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया. वास्तव में बीजेपी को दहाई का आंकड़ा पार करने में भी मुश्किल होगी। कृपया इस ट्वीट को सेव कर लें और अगर बीजेपी अच्छा करती है तो मैं यह काम छोड़ दूंगा।”
For all the hype AMPLIFIED by a section of supportive media, in reality BJP will struggle to CROSS DOUBLE DIGITS in #WestBengal
PS: Please save this tweet and if BJP does any better I must quit this space!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 21, 2020
बता दें कि प्रशांत किशोर का यह बयान गृहमंत्रा अमित शाह को दो दिन के बंगाल दौरे के बाद आया है। कल बंगाल दौरे के आखिरी दिन अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि विधानसभा चुनाव तक ममता बनर्जी अकेली रह जाएंगी।
उन्होंने बीजेपी को सत्ता मिलने पर पांच साल में सोनार बांग्ला यानी सोने जैसा बंगाल बनाने की बात कही है। आप को बता दे कि बंगाल में टीएमसी शुभेंदु अधिकारी के झटके से अभी उबरी भी नहीं है कि एक और बगावती सुर देखने को मिल रहा है।
ये बगावती सुर टीएमसी की तरफ से चुनाव में नैया पार लगाने के लिए लाए गए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ है। हावड़ा के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जटू लाहिड़ी ने पीके के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
लाहिड़ी ने सीधे प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए कहा कि वह ‘किराए’ पर पार्टी चलाने आए हैं और उनके आने से पार्टी को नुकसान पहुंचा है। इस ही के साथ उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जो क्षमता है उससे ज्यादा राज्य में किसी की ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने आगे बोलै लोगों ने उनपर विश्वास किया है कि वो उनके साथ खड़ी हैं, इसीलिए बाहर से किसी को लाने की ज़रूरत नहीं है। मेरी निजी धारणा है कि प्रशांत किशोर को लाने के बाद से हमारे दल को बहुत क्षति पहुंची है।