पीएम मोदी 28 दिसंबर को महाराष्ट्र के सांगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलने वाली 100 वीं ‘किसान रेल’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पीएमओ ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पीएमओ ने कहा कि यह ट्रेन गोभी, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, मिर्च और प्याज जैसी सब्जियां तथा अंगूर, संतरा, अनार, केले तथा सीताफल जैसे फल लेकर जाएगी। उसने कहा कि खराब हो जाने वाली वस्तुओं को मार्ग में पड़ने वाले सभी ठहरावों पर उतारने और चढ़ाने की अनुमति होगी और खेप की मात्रा की कोई सीमा नहीं होगी।
पीएमओ के अनुसार, केंद्र ने फलों और सब्जियों की ढुलाई पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी है। इस साल 7 अगस्त को देवलाली से दानापुर के बीच पहली किसान रेल शुरू की गई थी, जिसे आगे बढ़ाकर मुजफ्फरपुर तक कर दिया गया।
गौरतलब है कि पहली किसान रेल सात अगस्त को देवलाली से दानापुर के बीच चलाई गयी थी जिसे बाद में मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया। किसानों की तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया के बाद इसके फेरे साप्ताहिक सेवा से बढ़ाकर एक सप्ताह में तीन बार कर दिये गये।
आप को बता दे कि पीएम मोदी आज यानी 28 दिसंबर को शाम साढ़े चार बजे ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल भी मौजूद रहेंगे। खराब होने वाली वस्तुओं की लोडिंग-अनलोडिंग की इजाजत बहु-वस्तु रेल सेवा के सभी रूटों पर दी जाएगी, जिसमें खेप के आकार पर कोई रोक नहीं होगी।
PM to flag off 100th Kisan Rail on 28th December https://t.co/PhiOudOppS
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— PMO India (@PMOIndia) December 27, 2020
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किसानों के अच्छे रिस्पांस के कारण इसके फेरे भी साप्ताहिक से सप्ताह में 3 दिन बढ़ा दिए गए। किसान रेल देशभर में कृषि उत्पादों के तेजी से परिवहन को सुनिश्चित करने में एक गेम चेंजर रहा है। यह खराब होने वाले उत्पादों की सप्लाई चेन प्रदान करता है।
बता दें कि भारतीय रेलवे ने किसानों की उपज को देश की बड़ी मंडियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से 2020 के बजट में किसान रेल चलाने का ऐलान किया था। इन ट्रेनों के चलने का फायदा अब किसानों को मिलने लगा है।
भारतीय रेलवे ने पहली किसान रेल अगस्त 2020 में महाराष्ट्र में देवली से बिहार के दानापुर के लिए चलाई थी। अब इस ट्रेन को मुजफ्फरपुर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। फिलहाल रेलवे 9 रूटों पर किसान रेल चला रहा है। 27000 टन कृषि उत्पादों का ट्रांसपोर्टेशन अब तक किसान रेल से किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘कृषि उत्पादों को पूरे देश में तेजी से पहुंचाने के लिए किसान रेल क्रांतिकारी साबित हुई है। यह खराब हो सकने वाले उत्पाद के लिए निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला प्रदान करती है।’ केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के एक वर्ग द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन के बीच मोदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
आप को बता दे कि किसान रेल देशभर में कृषि उत्पादों के तेजी से परिवहन को सुनिश्चित करने में एक गेम चेंजर रहा है। यह खराब होने वाले उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला प्रदान करता है।