रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोरोना के दूसरे लहर से देश में मचे तबाही के बीच PM मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से सोमवार की रात फोन पर लंबी बातचीत की है। इस दौरान दोनो देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने अपने-अपने देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर चर्चा की है। इस बातचीत में सबसे खाय बात रही की भारत में चल रहे टीकाकरण प्रयासों के माध्यम से कोरोना वायरस की दूसरी लहर को रोकने के लिए उठाये गये कदमों, महत्वपूर्ण दवाओं, चिकित्सीय और स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
इस दौरान राष्ट्रपति बाइडेन ने भारत के साथ खड़े होने की बात की और यह भी सुनिश्चित किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका चिकित्सीय, वेंटिलेटर जैसे संसाधनों को शीघ्रता से भारत को उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही कोविशील्ड वैक्सीन के निर्माण के लिए जरूरी कच्चे माल के स्रोतों की पहचान करके भारत को उपलब्ध भी करायेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार की तरफ से मिली सहायता और समर्थन की पेशकश के लिए तारीफ की है।
Just as India sent assistance to the United States as our hospitals were strained early in the pandemic, we are determined to help India in its time of need. https://t.co/SzWRj0eP3y
— President Biden (@POTUS) April 25, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने COVID-19 से संबंधित टीकों, दवाओं, और चिकित्सकीय निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल और इनपुट की खुली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। दोनों नेताओं ने कोविड महामारी से लड़ने के लिए वैक्सीन विकास और आपूर्ति में भारत-अमेरिका साझेदारी की क्षमता पर बात की और इस क्षेत्र में अपने प्रयासों में निकट समन्वय और सहयोग बनाए रखने के लिए अपने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया।
पीएम मोदी ने विकासशील देशों के लिए टीकों और दवाओं की त्वरित और सस्ती पहुंच सुनिश्चित करने के लिए TRIPS पर समझौते के मानदंडों में छूट के लिए डब्ल्यूटीओ में भारत की पहल के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन को सूचित किया। दोनों नेताओं ने नियमित संपर्क में बने रहने के लिए भी सहमति जताई।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को एक ट्वीट में कहा था, “महामारी की शुरुआत में जब हमारे अस्पताल भरे थे और उस समय जिस तरह भारत ने अमेरिका को मदद भेजी थी, ठीक उसी तरह हम भी आवश्यकता की घड़ी में भारत की मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं।“
We are doing everything we can to help with the heartbreaking COVID-19 situation in India, including deploying vaccine materials, therapeutics, ventilators, public health teams, and financial support. We will work around the clock to help alleviate the suffering.
— Ambassador Linda Thomas-Greenfield (@USAmbUN) April 26, 2021
कोरोना संकट की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका की राजदूत ने सोमवार को कहा कि वाशिंगटन कोविड-19 के मामलों में ‘‘भयावह’’ वृद्धि का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए 24 घंटे काम करेगा और वह टीकों के लिए कच्ची सामग्री, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन आपूर्ति और टीकाकरण विस्तार के लिए वित्तीय सहायता सहित हर मदद उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है।
उन्होने ट्वीट के जरिए आगे बताया कि ‘मैं भारत में भयावह स्थिति के बारे में बताने के लिए एक मिनट लेना चाहती हूं. वहां कोविड-19 के मामलों में हाल में हुई वृद्धि काफी भयानक है। अमेरिका भारत के लोगों के साथ खड़ा है।’’ उन्होंने कहा कि भारत को टीकों के लिए कच्ची सामग्री, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन आपूर्ति, त्वरित जांच किट और टीकाकरण विस्तार के लिए वित्तीय सहायता सहित हर मदद उपलब्ध कराने के लिए अमेरिका वह सब कर रहा है, जो वह कर सकता है।