पीएम मोदी और वियतनाम के पीएम गुयेन जुआन फुक के बीच वर्चुअल शिखर सम्मेलन हुआ। वर्चुअल समिट में बोलते हुए। पीएम मोदी ने कहा कि वियतनाम भारत की अधिनियम पूर्व नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे इंडो-पैसिफिक विजन का महत्वपूर्ण साझेदार भी है।
LIVE: PM Shri @narendramodi addresses India-Vietnam virtual bilateral summit. https://t.co/q5lbTbNtUD
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पीएम मोदी ने कहा वियतनाम ने जिस सफलता से कोविड-19 की स्थिति को संभाला है, इसकी प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है। मैं आपको और वियतनाम के नागरिकों को बधाई देता हूं।
वियतनाम ने जिस सफलता से कोविड-19 की स्थिति को संभाला है, इसकी प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है। मैं आपको और वियतनाम के नागरिकों को बधाई देता हूं: पीएम @narendramodi pic.twitter.com/EmkxLlbUnm
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उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे इंडो पेसिफिक विजन का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है। हमारे बीच आपसी संपर्क भी तेजी से बढ़ रहे हैं और नए क्षेत्रों में फैल रहे है। हम वियतनाम के साथ अपने संबंधों को एक लॉन्ग टर्म और स्ट्रैटेजिक व्यू से देखते हैं।
वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे इंडो पेसिफिक विजन का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है।
हमारे बीच आपसी संपर्क भी तेजी से बढ़ रहे हैं और नए क्षेत्रों में फैल रहे है। हम वियतनाम के साथ अपने संबंधों को एक लॉन्ग टर्म और स्ट्रैटेजिक व्यू से देखते हैं: पीएम pic.twitter.com/vtUiC0zcMY— BJP (@BJP4India) December 21, 2020
पीएम ने कहा अगले साल हम दोनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य होंगे। इसलिए वैश्विक संदर्भ में हमारे सहयोग का महत्व बढ़ेगा। हम एक संयुक्त विजन डॉक्यूमेंट 2021-23 को लागू करेंगे जो द्विपक्षीय जुड़ाव के लिए कार्ययोजना है।
Next year both of us will be members of UN Security Council. So significance of our cooperation in global context will increase. We will implement a Joint Vision Document 2021-23 which is a plan of action for bilateral engagement: PM @narendramodi pic.twitter.com/XnuOvlsrx0
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पीएम मोदी ने वियतनाम के प्रधानमंत्री से कहा ”पिछले महीने हम आसियान-इंडिया वर्चुअल कार्यक्रम में मिले थे। मुझे खुशी है कि आपसे आज बात करने का अवसर मिला है।
वियतनाम भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का महत्वपूर्ण स्तम्भ है और हमारे इंडो-पेसिफिक रीजन का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है, हमारी कम्प्रेहेंसिव साझेदारी का दायरा बहुत विस्तृत है, दोनों देशों के बीच आपसी सम्पर्क बढ़ रहे हैं, नए क्षेत्रों में भी फैल रहे हैं। हम वियतनाम के साथ अपने संबंधों को लॉन्ग टर्म और सामरिक दृष्टि से देखते हैं।”
उन्होंने आगे कहा ”आज विश्व की चुनौतियों से निपटने के लिए हम अपने मूल्यों को साझा कर सकते हैं। अगले वर्ष दोनों ही देश संयुक्त राष्ट्र संघ की सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्य होंगे। इसलिए वैश्विक मंच पर हमारी साझेदारी का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ”ये खुशी की बात है कि आज दोनों देश एक जॉइंट विजन डॉक्यूमेंट रिलीज कर रहे हैं। इसके साथ-साथ दोनों देशों के बीच की साझेदारी का 2021 से 2023 के लिए एक्शन-प्लान जारी कर रहे हैं। हमारे लोग और समृद्धि पूरी दुनिया को हमारे रिश्ते के बारे में एक मजबूत सन्देश देगी।”
उन्होंने आगे कहा ”हमारी बातचीत के अलावा 7 महत्वपूर्ण एग्रीमेंट भी आज दोनों देशों के बीच साइन हुए हैं। इनमें अलग-अलग क्षेत्रों के विषय शामिल हैं जैसे रक्षा, वैज्ञानिक शोध, न्यूक्लियर पॉवर, पेट्रो-केमिकल, सतत उर्जा और कैंसर का इलाज। हम सांस्कृतिक संवाद के क्षेत्र में भी काम करने की कोशिश कर रहे हैं। ये सब दिखाता है कि दोनों देशों के बीच सहयोग की कितनी संभावनाएं हैं।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि हमने वैज्ञानिक अनुसंधान, परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल, रक्षा और कैंसर उपचार जैसे अन्य विविध विषयों जैसे क्षेत्रों पर 7 नए समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए हैं। हम अपने सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए नई पहल भी कर रहे हैं।
दोनों देशों के वर्चुअल समिट के दौरान वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक ने कहा कि भारत और वियतनाम के बीच संबंधों के बारे में आपकी टिप्पणी के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मुझे बहुत खुशी है कि हमारे पास यह आभासी जमा है जो द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धताओं को रेखांकित करता है।
बता दें कि शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता व्यापक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान और भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी के भविष्य के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए हुआ।
गौरतलब है कि इस साल 2020 में दोनों देशों ने उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान बनाए रखा। वियतनाम की उप-राष्ट्रपति सुश्री डांग थी न्गोक थिन्ह इस वर्ष फरवरी में एक आधिकारिक यात्रा पर भारत आई थीं। कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस वर्ष 13 अप्रैल को टेलीफोन पर बातचीत भी की थी।