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पीएम मोदी ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट का किया उद्घाटन, पढ़ें

पीएम मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट का उद्घाटन किया। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ भी मौजूद रहे।

By RNI Hindi Desk 
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पीएम मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट का उद्घाटन किया। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ भी मौजूद रहे।

भारत एक स्पेशल आयुष मार्क भी बनाने जा रहा है। भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता के आयुष प्रॉडक्ट्स पर ये मार्क लगाया जाएगा। ये आयुष मार्क आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रावधानों से युक्त होगा। इससे विश्व भर के लोगों को क्वालिटी आयुष प्रॉडक्ट्स का भरोसा मिलेगा।

मोदी ने कहा, ‘हमनें अक्सर देखा है कि अलग अलग सेक्टर्स में निवेश के लिए इन्वेस्टमेंट समिट होती रही है, लेकिन ये पहली बार है जब आयुष सेक्टर के लिए इस तरह की समिट हो रही है। ऐसी इन्वेस्टमेंट समिट का विचार मुझे उस समय आया था जब कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ था।’

हम सभी देख रहे थें कि उस दौरान किस तरह आयुर्वेदिक दवाइयां, आयुष काढ़ा और ऐसे अनेक प्रोडक्ट्स इम्यूनिटी बढ़ाने में लोगों की मदद कर रहे थे। कोरोना कालखंड में भारत में से हल्दी का एक्सपोर्ट अनेक गुना बढ़ गया था। इसी दौर में हमने देखा कि जो मॉर्डन फार्मा कंपनियां हैं, वैक्सीन मैन्यूफैक्चर्स हैं, उन्हें उचित समय पर निवेश मिलने पर उन्होंने कितना बड़ा कमाल करके दिखाया।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ ने कहा कि आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना मेरे लिए गर्व की बात है। WHO के मुताबिक विश्व में 80 प्रतिशत लोग पारंपरिक औषधि का इस्तेमाल करते हैं। इस औषधि के ज्ञान का  सम्मान ही नहीं करना चाहिए बल्कि उसे बचाना और उसको बढ़ावा भी देना चाहिए।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों ने योग और अभी के लिए पारंपरिक चिकित्सा के लिए दुनिया में जगह बनाई है। दुनिया भर में लोग अब पारंपरिक चिकित्सा की ओर बढ़ रहे हैं। अब निवारक दवा की ओर बढ़ने का समय है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि औषधीय पौधे उगाने में लगे किसानों को बाजार से आसानी से जुड़ने की सुविधा मिले। इसके लिए सरकार आयुष ई-मार्केटप्लेस के आधुनिकीकरण और विस्तार पर भी काम कर रही है।हम एक विशेष आयुष चिह्न बनाने जा रहे हैं। यह चिह्न भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लागू होगा।

गौर हो कि मॉरीशस के PM प्रविंद जुगनाथ ने कहा कि आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना मेरे लिए गर्व की बात है। WHO के मुताबिक विश्व में 80 प्रतिशत लोग पारंपरिक औषधि का इस्तेमाल करते हैं। इस औषधि के ज्ञान का सम्मान ही नहीं करना चाहिए बल्कि उसे बचाना और उसको बढ़ावा भी देना चाहिए।

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