हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हिंदी व अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा की भी शुरूआत की है। इसके तहत बोर्ड की ओर से हर साल निकलने वाला न्यूज लेटर हिंदी और अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा में भी होता है।
रिपोर्ट- धीरज मिश्रा
शिमला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हिंदी व अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा की भी शुरूआत की है। इसके तहत बोर्ड की ओर से हर साल निकलने वाला न्यूज लेटर हिंदी और अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा में भी होता है। ऐसे में शिक्षा बोर्ड ने संस्कृत को ओर अधिक बढ़ावा देने के लिए अब तीसरी कक्षा से संस्कृत भाषा शुरू करने का निर्णय लिया है। शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि अभी तक छठी कक्षा से संस्कृत शुरू होती है।
जल्द ही बोर्ड तीसरी कक्षा से संस्कृत शुरू करेगा। इसमें तीसरी व चौथी कक्षा के छात्रों के लिए संस्कृत सिर्फ मौखिक रूप से पढ़ाई जाएगी। दो साल मौखिक रूप से संस्कृत पढ़ाने के बाद पांचवी कक्षा में संस्कृत का पेपर भी होगा। इसके अलावा इस शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत होने वाली दोनों टर्मों की परीक्षाओं के बाद जैसे ही परिणाम घोषित होगा, तो विद्यार्थियों को डीजी लॉकर की सुविधा मिलेगी।
बोर्ड की ओर ये यह योजना काफी समय से विचाराधीन थी, लेकिन अब परिणाम बनाने वाले एजेंसी को कह दिया गया है कि उन्हें छात्रों को डीजी लॉकर की सुविधा भी देनी होगी। इसके लिए छात्र अपने यूजर आईडी के माध्यम से सीधे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
डीजी लॉकर से परिणाम तत्काल मिलेगा
बोर्ड की ओर से प्रमाणपत्र तो जारी किए जाएंगे, लेकिन विद्यार्थी डीजी लॉकर के माध्यम से भी अपना परिणाम तत्काल प्राप्त कर सकेंगे। शिक्षा बोर्ड अगले सत्र में पूल आफ टीचर की सुविधा देगा। इसके तहत विभिन्न विषयों के अध्यापकों का पूल बनाया जाएगा। पूल के शिक्षक अपने विषय के ऑनलाइन लेक्चर देंगे। इससे यह लाभ रहेगा कि अगर किसी स्कूल में किसी विषय का शिक्षक नहीं है तो उन बच्चों को ऑनलाइन लेक्चर भी उपलब्ध करवाएं जाएंगे।