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राजकीय सम्मान के साथ होगा मोतीलाल वोरा का अंतिम संस्कार, छत्‍तीसगढ़ में 3 दिन का राजकीय शोक

By RNI Hindi Desk 
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कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा (93) का सोमवार को निधन हो गया। आज शाम 4.30 बजे दुर्ग के महामरा मुक्ति धाम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ वोरा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

इस दौरान छ्त्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्य मौजूद रहेंगे। वोरा का शव आज सुबह दिल्ली से रायपुर लाया जाएगा ।बाद में उनका शव उनके गृह जिले दुर्ग ले जाया जाएगा।

कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा के निधन पर छत्तीसगढ़ शासन ने राज्य में 21 दिसंबर से 23 दिसंबर तक तीन दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है। आप को बता दे कि राजकीय शोक की अवधि में राज्य में स्थित समस्त शासकीय भवनों और जहां पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाते हैं वहां ध्वज आधे झुके रहेंगे।
साथ ही शासकीय स्तर पर कोई मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख जताया है। वोरा के बाद अहमद पटेल को कोषाध्यक्ष बनाया गया था। इसी साल 25 नवंबर को पटेल का भी निधन हो गया था।

पीएम मोदी ने कहा कि मोतीलाल वोरा जी उन वरिष्ठतम कांग्रेसी नेताओं में से थे, जिनके पास दशकों का व्यापक प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभव था। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना। ओम् शांति।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘ मोतीलाल वोरा एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे, जिनके पास प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव था। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष के तौर पर सेवा दी। उनके निधन से देश ने एक दिग्गज नेता और बेहतरीन प्रशासक खो दिया है।’’

वहीं सोनिया गांधी ने शोक संदेश में कहा, ‘‘मोतीलाल वोरा के निधन से जो बड़ा खालीपन पैदा हुआ है, उसे भर पाना बहुत मुश्किल है। उनका जीवन जनसेवा और कांग्रेस की विचारधारा के प्रति बेमिसाल प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है।’’

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट करके शोक वाक़ूत किया है उसमे उन्होंने लिखा हम कांग्रेस के नेता, पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। कांग्रेस ने एक मार्गदर्शक प्रकाश खो दिया है। उनकी आत्मा को शांति मिले।

राहुल गाँधी ने ट्वीट करके शोक वयक्त किया उन्होंने लिखा वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे। हम उसे बहुत मिस करेंगे। उनके परिवार और दोस्तों को मेरा प्यार और संवेदना।

सुष्मिता देवी ने उनके मौत पर शोक वयक्त करते हुए लिखा श्री मोतीलाल वोरा जी का आकस्मिक निधन कांग्रेस परिवार और भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति है। एक लम्बे राजनीतिक जीवन में उनका कुशल नेतृत्व और सरल व्यक्तित्व प्रेरणादायक था ! ईश्वर परिवार को इस दुख को सहन करने का साहस प्रदान करे। सादर नमन।

अशोक गहलोत ने ट्वीट करके लिखा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, के निधन पर हार्दिक संवेदना। मोतीलाल वोरा जी। वह हमारे सबसे वरिष्ठ नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री के रूप में, मप्र के मुख्यमंत्री के रूप में, यूपी के राज्यपाल, महासचिव और AICC के कोषाध्यक्ष के रूप में बिताया।

उन्होंने आगे लिखा वह ऐसे असाधारण व्यक्तित्व के अनुभवी नेता थे, जिनका जीवन कांग्रेस को समर्पित था। उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक पार्टी के लिए समर्पित रूप से काम किया। उनका निधन पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और समर्थकों को शक्ति मिल सकती है। उनकी आत्मा को शांति मिले

आप को बता दे कि खराब सेहत की वजह से मोतीलाल वोरा को कल रात हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। उन्होंने दिल्ली के फोर्टिंस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

आप को बता दे कि मोतीलाल वोरा ने कल (20 दिसंबर) ही अपना 93वां जन्मदिन भी मनाया था। लंबे समय तक कांग्रेस कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रह चुके रह चुके हैं।

वोरा ने पत्रकारिता से अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी। वर्ष 1968 में वे दुर्ग नगर निगम में पार्षद निर्वाचित हुए। वर्ष 1972 में वे पहली बार विधायक बने। इसके बाद 1977 और 1980 में भी विधायक निर्वाचित हुए।

वे 13 मार्च 1985 से 13 फरवरी 1988 तक और 25 जनवरी 1989 से 9 दिसंबर 1989 तक दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। 2000 से 2018 तक (18 साल) पार्टी के कोषाध्यक्ष भी रहे थे।

मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के बेहद करीबी थे। साल 2018 में बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने मोतीलाल वोरा से कोषाध्याक्ष की जिम्मेदारी लेते हुए अहमद पटेल को दी थी। अहमद पटेल का भी पिछले दिनों निधन हो गया था. कांग्रेस के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है।

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